मेघालय में कांग्रेस का बुरा हाल, भाजपा को चौंका सकती है TMC; जानें समीकरण

नई दिल्ली। मेघालय के शुरुआती रुझानों में त्रिशंकु विधानसभा के आसार दिख रहे हैं। रुझानों में एनपीपी 25 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं, बीजेपी फिलहाल 6 सीटों पर आगे चल रही है। रुझानों में टीएमसी का प्रदर्शन बीजेपी के लिए चिंता बढ़ाने वाली हो सकती है। यही कारण है कि कल असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मेघालय के सीएम कोनराड संगमा से मुलाकात की थी।

टीएमसी अगर 11-12 सीटें जीतने में कामयबात होती है तो संगमा के पास बीजेपी का विकल्प होगा। वह बीजेपी की जगह, टीएमसी के साथ गठबंधन कर सकते हैं। हालांकि, नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी के लिए प्रमुख रणनीतिकार हिमंत बिस्व सरमा संगमा के साथ गठबंधन का हर प्रयास करेंगे। आपको बता दें कि बीजेपी और एनपीपी मेघालय में साथ मिलकर सरकार चला रही थी। इस चुनाव में दोनों ही दलों ने अलग-अलग लड़ने का फैसला किया। रुझानों में दोनों ही दलों को इसका लाभ मिलता दिख रहा है। 

मेघालय के मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया था। अलग-अलग लड़ने के कारण किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत के आसार नहीं दिख रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि संगमा और सरमा ने गुवाहाटी के एक होटल में चुपचाप बैठक की। इस बैठक में चुनाव के बाद गठबंधन की संभावना पर चर्चा की गई। सूत्रों ने यह भी कहा कि संगमा आज सुबह अपने गृहनगर तुरा लौट गए।

आपको बता दें कि सरमा को नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी के लिए प्रमुख रणनीतिकार माना जाता है। 2016 में कांग्रेस को हराने में उनकी प्रमुख भूमिका था। मेघालय के मुख्यमंत्री के साथ उनकी मुलाकात पर चर्चाएं हो रही हैं। चुनाव के बाद गठबंधन की संभावना नजर आ रही है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक सूत्र के हवाले से कहा, “संगमा मंगलवार की रात गुवाहाटी में थे और उनके दोस्त सरमा आए और होटल में उनसे मिलने गए। उन्होंने आमने-सामने बैठकर मुलाकात की और भविष्य को लेकर बात की।”

असम के मुख्यमंत्री भाजपा के नेतृत्व वाले उत्तर पूर्व विकास गठबंधन यानी कि NEDA के प्रमुख भी हैं। नेडा ने इस बात की घोषणा की है कि किसी भी स्थिति में कांग्रेस या तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाएगी।

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