CG Politics: मोदी का ट्रैक रिकार्ड, सशक्त संगठन, विजन और नेतृत्व से संकल्प होगा पूरा
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा – भाजपा का संकल्प देश की तरक्की का रास्ता
- नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम करने का 10 साल का बड़ा ट्रैक रिकॉर्ड है
सशक्त संगठन के साथ दूरदृष्टि वाला विजन और बेहतर नेतृत्व है। 13 साल तक आईएएस रहने के बाद साल 2018 में राजनीति में आए ओपी चौधरी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के प्रदेश का महामंत्री का दायित्व भी संभाला। पिछली बार ओपी अपना पहला विधानसभा चुनाव खरसिया से हार चुके हैं, बावजूद इसके वह प्रदेश में लोकप्रिय हैं।
खासकर युवाओं की वह पहली पसंद हैं। ओपी चौधरी को शंकर नगर में वही बंगला अलॉट हुआ है जिसमें तत्कालीन मुख्य सचिव अजय सिंह रहा करते थे। जिस बंगले में ओपी प्रदेश के भविष्य के लिए बतौर मंत्री निर्णय ले रहे हैं। उसी बंगले में उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा था।
पेश है राज्य ब्यूरो प्रभारी संदीप तिवारी और ओपी चौधरी के बीच हुई बातचीत का प्रमुख अंश
भाजपा के ‘मोदी की गारंटी’ और ‘कांग्रेस के न्याय की गारंटी’ को कैसे आंकते हैं?
सबसे पहले मैं बोलना चाहूंगा कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम करने का 10 साल का बड़ा ट्रैक रिकॉर्ड है, जो कि आने वाले लगभग 25 वर्षों के लिए एक क्लीयर कट विजन है, जिससे हम भारत को विकसित राष्ट्र बनाना चाहते हैं।
इस विजन को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त संगठन है। साथ ही विजन को प्रकाश पुंज की तरह मार्गदर्शन देने के लिए एक लीडरशिप भी है। यूं कहें कि भाजपा के पास काम करने का ट्रैक रिकार्ड, सशक्त संगठन, विजन और नेतृत्व है जो हमारे हर संकल्प को पूरा करेगा। निश्चित रूप से जनता इस गारंटी को स्वीकार करेगी।
वहीं कांग्रेस के पास न कोई ट्रैक रिकॉर्ड है न ही कोई विजन है। न संगठन है न ही नेतृत्वकर्ता हैं। ऐसी स्थिति में कांग्रेस की कोई भी गारंटी की बात करे, उसे देश की जनता स्वीकारने वाली नहीं है, क्योंकि विश्वसनीयता उसी की होती है, जिसके पास उसे क्रियान्वयन करने की क्षमता और ताकत हो।
पीएम कहते हैं कि तीसरे कार्यकाल में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा, इससे आमजन को क्या फायदा होगा?
इस सवाल को समझने के लिए पहले पृष्ठभूमि पर जाना होगा। मोदी की गारंटी के नाम से हमारा संकल्प पत्र जारी हुआ है। इसमें 10 सोशल ग्रुप के वर्टिकल्स हैं और 14 अलग-अलग सेक्टर के वर्टिकल्स हैं जिसके माध्यम से भारत के सभी क्षेत्रों को कवर करने का प्रयास किया गया है। इसकी प्राथमिकता में ज्ञान (जीवायएएन) के तत्व हैं अर्थात जी से गरीब, वाय से युवा, ए से अन्नदाता और एन से नारी शक्ति पर जोर है।
इसके अलावा मध्यमवर्गीय परिवार, वरिष्ठ नागरिक, मत्स्य पालन पर जोर है। भारत में सात हजार किलोमीटर के समुद्री तट पर मत्स्य पालन हो रहा है। असंगठित श्रमिक में कई वर्ग आते हैं। भारत को विश्वबंधु बनाने, ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने, अधोसंरचना विकास के लिए, ईज ऑफ लिविंग के लिए, विरासत को भी आगे ऊंचाइयों पर ले जाने और गवर्नेंस स्थापित करने के लिए मोदी की गारंटी में स्पष्ट विजन है।
यूपीए की कांग्रेस सरकार को 2004 से 2014 तक शासन करने का अवसर मिला। इन 10 वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें नंबर पर ही टिकी रही, मगर मोदी सरकार में 10 वर्ष में हम पांचवें नंबर पर आ गए। अब प्रश्न है कि बेहतर अर्थव्यवस्था से हमें क्या फायदा होता है, तो इससे चार करोड़ घर बनते हैं, करोड़ों घरों में शौचालय बनते हैं। लोगों के बैंक खाते खुल जाते हैं।
25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ जाते हैं। देश मैन्युफैक्चरिंग हब बनकर उभरता है। कितने एम्स, कितने आइआइटी-एनआइटी कालेज बनते हैं। 11वें से पांचवें नंबर पर पहुंचने से यह लाभ हुआ और अब तीसरी अर्थव्यवस्था में होंगे तो और देश में तरक्की के रास्ते खुल जाएंगे।
आप लोकसभा चुनाव में सक्रिय हैं, जनता से क्या फीडबैक मिल रहे हैं?
भले ही मैं कैबिनेट मंत्री हूं मगर भाजपा का सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम कर रहा हूं । यही भाजपा का सांगठनिक स्वभाव है। मैं कोरबा, बस्तर, रायगढ़, जांजगीर-चांपा समेत सभी लोकसभा क्षेत्र में जा रहा हूं। जनता में मोदी की लहर नहीं, सुनामी चल रही है और उन्हें तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने की तैयारी भी चल रही है।
कांग्रेस के नेता प्रधानमंत्री मोदी पर सीधे जुबानी हमला कर रहे हैं, ऐसा क्यों ?
कांग्रेस के नांव में छेद हो चुका है। इसमें पानी भरता जा रहा है। कुछ लोग जो काम करना चाहते हैं वह पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। जो किसी कारण से पार्टी नहीं छोड़ पा रहे हैं उनमें भारी हताशा, निराशा है। इस हताशा में वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। पूर्व मंत्री कवासी लखमा कहते हैं कि कवासी जीतेगा तो मोदी मर जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत कहते हैं कि मोदी का सिर फोड़ने की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। ये लोकतांत्रिक मर्यादा के विपरीत है लेकिन इतिहास गवाह है कि जब-जब मोदी को अपमानित करने की कोशिश हुई तो जनता जनार्दन मोदी के साथ खड़ी रही है।
कांग्रेस का वादा है कि ‘हर गरीब परिवार की महिला के खाते में एक लाख रुपये आएंगे, कैसे ?
कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में महिलाओं के लिए 500 रुपये महीने यानी छह हजार सालाना देने का वादा किया मगर छह रुपये तक नहीं दिया। इनकी बात पर कौन भरोसा करेगा।
हमने महतारी वंदन योजना में हर महीने एक हजार रुपये देने का वादा किया उसे पूरा किया। कांग्रेस को पता है कि राज्य और केंद्र भारत का बजट ही करीब 48 लाख करोड़ करोड़ है। 70 करोड़ महिलाएं हैं और 70 लाख करोड़ कहां से लाएंगे? क्या बोफोर्स कांड या टूजी घोटाला का पैसा लाएंगे?