Mahadev App Case: लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें, महादेव एप में छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के खिलाफ FIR दर्ज
HIGHLIGHTS
- – पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर महादेव बेटिंग एप के मालिक से प्रोटेक्शन मनी लेने का है आरोप
- – विधानसभा चुनाव से पहले ईडी ने असीम दास को रायपुर के होटल की पार्किंग से किया था गिरफ्तार
रायपुर। Mahadev App Case: लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh Former CM Bhupesh Baghel) के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस की ईओडब्लू (EOW) और एसीबी (ACB) विंग ने महादेव बेटिंग एप के मालिकों से 508 करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी लेने के मामले में प्रिवेंशन आफ करप्शन एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज कर ली है। कांग्रेस ने बघेल को राजनांदगांव से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है और इस एफआइआर के बाद बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती है।
सूत्रों के अनुसार भूपेश बघेल पर महादेव बेटिंग एप के मालिक रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर से 508 करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी लेने का आरोप है। ईओडब्लू और एसीबी ने एफआइआर ईडी द्वारा कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट के आधार पर किया गया है।
असीम दास के बयान के आधार पर ईडी ने भूपेश बघेल के खिलाफ दर्ज किया FIR
ईडी ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि भूपेश बघेल और उनके सरकार के कई मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों को महादेव बेटिंग एप ने करोड़ों रुपये प्रोटेक्शन मनी दिया है। ईडी ने चंद्राकर और उप्पल के करीबी असीम दास को विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद तीन नवंबर को रायपुर की एक होटल की पार्किंग से गिरफ्तार किया था। जिस दौरान असीम दास की गाड़ी और घर से पौने तीन करोड़ रुपये बरामद किए थे।
असीम दास ने भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये देने का किया था राजफाश
असीम ने बयान में कहा कि वो ये पैसे किसी भूपेश बघेल को देने आया था। इसी दौरान दास ने यह राजफाश किया था कि वो अबतक 508 करोड़ रुपये भूपेश बघेल को पहुंचा चुका है। इसी आधार पर भूपेश बघेल के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।