हाई बीपी में बनी रहती है बेचैनी और घबराहट तो इस तरह करें चंद्रभेदी प्राणायाम
नई दिल्ली. रोज नियम से किया गया योग और प्राणायाम शरीर को निरोगी बनाने में मदद करता है। खासतौर पर प्राणायाम करने से मन-मस्तिष्क को एनर्जी मिलती है और सांस से जुड़ी बीमारियों में राहत मिलती है। प्राणायाम कई तरह का होता है। जिसमे से एक है चंद्रभेदी प्राणायाम, चंद्रमा से जुड़े इस प्राणायाम को करने से हाई बीपी में तेजी से राहत मिलती है। ब्लड प्रेशर के हाई होने पर कई बार बेचैनी और घबराहट होती है। साथ ही चक्कर और सांस लेने में तकलीफ होती है। ऐसे में चंद्रभेदी प्राणायाम राहत देता है। वहीं ये प्राणायाम शरीर को ठंडक पहुंचाता है। सांसों से किए जाने वाले इस आसन को करने से और भी बहुत सारे फायदे मिलते हैं।
चंद्रभेदी प्राणायाम को करने से फायदा
चंद्रभेदी प्राणायाम को करने से शरीर को कई सारे लाभ मिलते हैं।
शरीर की गर्मी कम करने में मदद
हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद
सुबह के समय प्राणायाम करने से आलस दूर होता है और मन में ताजगी आती है।
तनाव दूर होता है और मन स्थिर रहता है।
शरीर की गर्मी दूर करता है।
सीने में जलन, घबराहट, बेचैनी से राहत।
मानसिक समस्याओं में भी मिलती है राहत।
कैसे करें चंद्रभेदी प्राणायाम
चंद्रभेदी प्राणायाम को करने के लिए पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। नाक के दाहिने छेद को बंद कर बांई तरफ के छेद से सांस लें। गहरी सांस लेते हुए सांस को क्षमतानुसार कुछ सेकेंड रोक कर रखें। फिर बांई नाक को बंद करें और दाहिने नाक के छेद से सांस छोड़ें। फिर दाहिने नाक से ही गहरी सांस लें और दाहिने नाक को बंद कर बाएं नाक के छेद से सांस छोड़े। इस प्रक्रिया को करीब 10-20 बार दोहराएं।
रखें इन बातों का ध्यान
अगर आप प्राणायाम पहली बार शुरू कर रहे हैं तो सांस को रोकने की कोशिश ना करें। नए लोगों को केवल बाएं नाक से सांस लेकर दाहिने नाक से छोड़ें। अगर अस्थमा, लो ब्लड प्रेशर और खांसी-जुकाम से पीड़ित हैं तो इस प्राणायाम को ना करें।