‘हम फ्री प्रेस का समर्थन करते हैं’ भारत में BBC के IT सर्वे पर बोला अमेरिका
नई दिल्ली. ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन यानी BBC पर भारत में हुए आयकर विभाग के एक्शन पर अमेरिका ने भी प्रतिक्रिया दी है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि वे इस मामले पर कोई भी फैसला देने की स्थिति में नहीं हैं। हालांकि, अमेरिका ने फ्री प्रेस की जरूरत की बात कही है। मंगलवार को IT डिपार्टमेंट के अधिकारी सर्वे के लिए बीबीसी के दिल्ली और मुंबई दफ्तर पहुंचे थे।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि वॉशिंगटन को बीबीसी के दफ्तरों पर हुई तलाशी के बारे में जानकारी है। उन्होंने पत्रकार को इस बारे में भारतीय अधिकारियों से जानकारी हासिल करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अमेरिका पूरी दुनिया में फ्री प्रेस का समर्थन करता है।
प्राइस ने कहा, ‘मैं नहीं कह सकता। हम इस तलाशी के बारे में जानते हैं, लेकिन मैं कोई फैसला देने की स्थिति में नहीं हूं।’ दरअसल, प्रवक्ता से सवाल किया गया था कि क्या ये तलाशियां लोकतंत्र की आत्मा के खिलाफ हैं। मंगलवार सुबह शुरू हुई बीबीसी की तलाशी बीबीसी के दफ्तरों में देर रात तक जारी रही। इसके संबंध में ब्रिटेन स्थित मुख्यालय को भी जानकारी दे दी गई थी।
सर्वे क्यों?
अधिकारियों के अनुसार, इंटरनेशनल टैक्सेशन और ट्रांसफर प्राइसिंग से जुड़े मामलों को लेकर सर्वे किया गया था। अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि पहले नोटिस दिए जाने के बाद भी बीबीसी ने पालन नहीं किया था। बीबीसी ने सर्वे को लेकर जानकारी दी थी, ‘इनकम टैक्स अथॉरिटीज नई दिल्ली और मुंबई में बीबीसी दफ्तरों पर हैं और हम पूरा सहयोग कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि स्थिति जितना जल्दी हो सकेगा सुलझ जाएगी।’
खास बात है कि गुजरात दंगों को लेकर बीबीसी की डॉक्युमेंट्री ‘India: The Modi Question’ खासी चर्चा में रही थी। सरकार ने भारत में इसके प्रदर्शन पर रोक लगा दी थी। हालांकि, राजनीतिक दलों और शिक्षण संस्थानों में डॉक्युमेंट्री दिखाए जाने की खबरें सामने आई थी, जिसके चलते खासा तनाव पैदा हो गया था। भारत सरकार ने इसे ‘प्रोपेगैंडा पीस’ बताया था।