मोरबी ब्रिज हादसे के बाद पुलिस का ऐक्शन

गांधीनगर. गुजरात के मोरबी में हुए ब्रिज हादसे के बाद पुलिस ने ऐक्शन लिया है। इस मामले में पुलिस ने 9 लोगों को हिरासत में लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस अभी हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है। गुजरात के मोरबी शहर में मच्छु नदी पर  केबल पुल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर सोमवार को 134 हो गई। गुजरात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बचाव अभियान जारी है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी कई एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे बचाव अभियान पर नजर रखने के लिए रात भर मोरबी में रहे। मोरबी हादसे को लेकर रखरखाव करने वाली एजेंसी के खिलाफ धारा 304, 308 और 114 के तहत क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है। मोरबी हादसे के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी ने हादसे की जांच भी शुरू कर दी है।

अब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात भी सामने आ रही है कि पुलिस ने इस हादसे के संबंध में 9 लोगों को हिरासत में लिया है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, जिन लोगों को हिरासत में लिया गया उनमें पुल के प्रबंधक और रखरखाव पर्यवेक्षक शामिल हैं। इसके अलावा पुल के प्रबंधन से जुड़े तमाम लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि इस पुल को अभी फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिला था। इसके अलावा बिना अनुमति ही इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया था। जिसके बाद यह बड़ा हादसा सामने आया है।

राजधानी गांधीनगर से करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित मोरबी में मच्छु नदी पर बना यह पुल एक सदी से भी अधिक समय पुराना है। मरम्मत एवं नवीनीकरण कार्य के बाद इसे आम जन के लिए पांच दिन पहले ही खोला गया था। पुल रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया था। राजकोट के रेंज महानिरीक्षक अशोक यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”पुल टूटने की घटना में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 134 हो गयी है।” राज्य के सूचना विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के पांच दल, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के छह दल, वायु सेना का एक दल, सेना की दो टुकड़ियां तथा भारतीय नौसेना के दो दलों के अलावा स्थानीय बचाव दल तलाश अभियान में शामिल हैं। तलाश अभियान रात भर चला, जो अब भी जारी है। यादव ने कहा, ”बचाव अभियान अभी जारी है।

पुल पर कूद रहे थे कुछ लोग

इस हादसे के बाद कई प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि अंग्रेज़ों के समय का यह ”हैंगिंग ब्रिज” जिस समय टूटा, उस समय उस पर कई महिलाएं और बच्चे मौजूद थे तथा पुल टूटने के कारण वे नदी में गिर गए। जब पुल टूटा तो उस समय स्थानीय लोगों के अलावा नजदीकी शहरों और गांवों के लोग भी पुल पर मौजूद थे। दीपावली की छुट्टी और रविवार होने के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे इस पुल पर काफी भीड़ थी। हादसे के बाद से कई वीडियो सामने आ रहे हैं। इस वीडियो में लोग अपनी जिंदगी बचाने के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं।
     
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हादसे से पहले कुछ लोगों को पुल पर कूदते और उसके बड़े तारों को खींचते हुए देखा गया। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि पुल उस पर ”लोगों की भारी भीड़” के कारण टूट कर गिर गया हो। उन्होंने बताया कि जब पुल टूटा तो लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरे। कई लोगों को अपने आप को नदी में गिरने से बचाने के लिए पुल के एक छोर से लटके हुए भी देखा गया। पुल टूटने के बाद उसका एक हिस्सा नदी में लटक गया।

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