जानिए आखिर समोसा कैसे बनी भारतीयों की मन पसंदीदा व्यंजन, जाने इसकी रोचक तथ्य
नई दिल्ली/रायपुर: समोसे का नाम सुनकर अमूमन हर किसी के मुंह में पानी आ ही जाता है. ये ऐसा व्यंजन है, जो शाम के नाश्ते में लोगों की पहली पसंद होता है। दुनिया में सबसे ज्यादा फेमस समोसा के सम्मान में हर साल 5 सितंबर को समोसा डे मनाया जाने लगा है। यह परंपरा कई सालों से चली आ रही है. आइये अब जानते हैं कि आखिर ये समोसा आया कहाँ से और इसका इतिहास क्या है?
समोसा असल में फारसी शब्द ‘सम्मोकसा’ से बना है. माना जाता है कि समोसा की उत्पत्ति 10वीं शताब्दी से पहले कहीं मध्य पूर्व में हुई थी. और यह 13वीं से 14वीं शताब्दी के बीच भारत में आया. समोसे का Middle East से भारत तक का सफर कई कहानियों के साथ देखने को मिलता है. असल में यह भारत आए व्यापारियों के साथ भारत आया. और आते ही लोगों की जुबान पर इसका स्वाद ऐसा चढ़ा की देखते ही देखते समोसा भारत ( Samosa in India) में भी मशहूर हो गया.
आजकल तो समोसा हर गली, नुक्कड पर आसानी से मिल जाता है. इसके अलावा महंगे से महंगे रेस्तरां में भी समोसे की कई वैराइटी देखने को मिलती हैं. समोसा मैदा, आलू और मसालों से तैयार किया जाता है. वास्तव में भारत में फ्राइड फूड का अहस हिस्सा बन चुका समोसा ईरान से यहां आया ( Journey of Samosa). एक कहानी तो यह भी है कि दसवीं सदी के दौरान महमूद गजनवी के दरबार में एक शाही पेस्ट्री पेश की जाती थी, जिसमें कीमा स्टफिंग होती थी. यह काफी हद तक समोसे जैसी ही होती थी.