मानव तस्करी को लेकर झारखंड से दिल्ली तक फैला है इस तस्कर का जाल
लड़कियों से कर चुका है 5 करोड़ की कमाई
झारखंड में मानव तस्करी के बड़े किंगपिन पन्नालाल महतो, उसकी पत्नी सुनीता कुमारी, भाई शिवशंकर गंझू समेत 10 लोगों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसा है। ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंड्रिंग के स्पेशल कोर्ट में पन्नालाल समेत अन्य के खिलाफ अभियोजन शिकायत दर्ज करायी है। अभियोजन शिकायत में छह एजेंसियों के भी नाम शामिल हैं। इनका इस्तेमाल पन्नालाल, सुनीता, शिवशंकर गंझू, गोपाल उरांव के द्वारा किया जाता था।
कैसे काम करता था पन्नालाल ईडी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि प्रिवेंशन आफ मनी लाउंड्रिंग के पहलू पर जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि पन्नालाल व उसके सहयोगियों ने मानव तस्करी के रैकेट के लिए दिल्ली की कई प्लेंसमेंट एजेंसियों के साथ मिलीभगत की। झारखंड के अलग- अलग हिस्सों से नाबालिगों, बच्चियों, गरीब महिलाओं, आदिवासियों को दिल्ली में नौकरी दिलाने के लालच से ले जाया गया। वहां प्लेसमेंट एजेंसियों की मदद से सभी को अलग-अलग महानगरों में घरेलू नौकर के तौर पर काम में लगाया गया, लेकिन काम के बदले किसी को भुगतान नहीं किया जाता था। जब तस्करी के शिकार वापस झारखंड लौटना चाहते थे तो पन्नालाल व उसके सहयोगी ऐसे लोगों को गलत तरीके से रोकते थे।
खूंटी एएचटीयू व एनआईए कर चुकी है चार्जशीट पन्नालाल महतो को 19 जुलाई 2019 को खूंटी से गिरफ्तार किया गया था, जब वह एक युवती को तस्करी के लिए ले जा रहा था। गिरफ्तारी के बाद पन्नालाल के खिलाफ उसी दिन एएचटीयू थाने में केस दर्ज किया गया था। इस केस को बाद में गृह मंत्रालय के आदेश पर एनआईए ने टेकओवर किया था। एनआईए ने पन्नालाल व उसके सहयोगियों के खिलाफ आईपीसी व इंटर स्टेट माइग्रेंट वुमन एक्ट व जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत चार्जशीट दायर किया था।
5000 से अधिक की तस्करी, 5 करोड़ से अधिक कमाई ईडी के मुताबिक, पन्नालाल ने स्वीकार किया है कि उसने केवल दिल्ली में ही प्लेसमेंट एजेंसियों की मिलीभगत से 5000 से अधिक मानव तस्करी की। इसके जरिए 5 करोड़ से अधिक की कमाई भी पन्नालाल ने की। जांच के बाद ईडी ने अबतक 3.36 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। जब्त संपत्ति पन्नालाल, सुनीता कुमारी, शिवकुमार गंझू समेत अन्य लोगों के नाम पर है। जांच में यह बात सामने आयी है कि मानव तस्करी के पैसों से रांची के अरगोड़ा इलाके व खूंटी में चार प्लॉट, 17.71 लाख रुपये बैंक खातों से सीज किए गए थे। वहीं फार्चुनर गाड़ी भी ईडी ने जब्त की है।
मानव तस्करी में शामिल हैं ये एजेंसियां
● बिरसा भगवान प्लेसमेंट ब्यूरो संचालक शिव शंकर गंझू
● बिरसा सिक्योरेटी एंड प्लेसमेंट, संचालक शिव शंकर गंझू
● लक्ष्मी प्लेसमेंट सर्विस, संचालक गोपाल उरांव
● बिरसा भगवान ट्राइबल वेलफेयर सोसायटी, संचालक व अध्यक्ष पन्नालाल महतो
● मेसर्स सिक्योर लक कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड, संचालक व निदेशक पन्नालाल महतो
● पहल सेक्यूरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, संचालक पन्नालाल महतो व सुनीता कुमारी (दोनों निदेशक)