इंदौर में सोमवार को मिले कोरोना के 45 मरीज, अब भी नहीं संभले तो बिगड़ सकते हैं हालात
इंदौर. सोमवार को इंदौर में कोरोना के 45 मरीज मिले। चिंता की बात यह है कि इस दिन सिर्फ 96 सैंपल जांचे गए थे। यानी हर दूसरा सैंपल संक्रमित मिला है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लोग न मास्क पहन रहे हैं न सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस वक्त भी हम नहीं संभले तो हालात बिगड़ जाएंगे। कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी अगर अगले कुछ दिनों में यह आंकड़ा 100 के पार पहुंच जाए। जरूरी है कि हम कोरोना की गाइडलाइन का पालन करें। घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनें और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
सीएमएचओ डा.बीएस सैत्या ने शहरवासियों से अपील की है कि जिन लोगों ने सतर्कता डोज लगवाने के लिए पात्रता हासिल कर ली है यानी जिन्हें दूसरा टीका लगवाएं नौ माह या इससे अधिक समय हो चुका है, वे अनिवार्य रूप से कोरोना की सतर्कता डोज लगवा लें। फ्रंटलाइन कोरोना वर्करों को शासकीय अस्पताल में सतर्कता डोज निश्शुल्क लगाया जा रहा है। अन्य को इसके लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। डा.सैत्या ने आमजन से अपील की है कि वे घर से बाहर निकलने पर अनिवार्य रूप से मास्क पहनें और थोड़ी-थोड़ी देर में सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते रहें।
सर्दी-जुकाम को हल्के में न लें – डा.सैत्या ने कहा कि आमतौर पर लोग सर्दी-जुकाम को हल्के में ले लेते हैं। आम नजर आने वाला सर्दी-जुकाम कोरोना हो सकता है। जरूरी है कि सर्दी-जुकाम हो तो डाक्टर से संपर्क करें। अगर डाक्टर आपको कोरोना की जांच कराने के लिए कहे तो लापरवाही न बरतें। अनिवार्य रूप से जांच करवा लें। इसके साथ ही खुद को आइसोलेटेड कर लें। लोगों से मिलना-जुलना बिलकुल बंद कर दें। बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें। डा.सैत्या के मुताबिक ज्यादातर संक्रमितों को खुद पता नहीं है कि वे संक्रमण की चपेट में कब और कहां आ गए। जिसे वे सामान्य सर्दी-जुकाम समझ रहे थे वह कोरोना संक्रमण निकला।