2021 में रची गई गायक सिद्धू मूसेवाला को मारने की योजना, लॉरेंस बिश्नोई गैंग तीसरी कोशिश में हुआ सफल
चंडीगढ़. पंजाब पुलिस के एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने घोषणा की कि उसने गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के सिलसिले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के 32 गैंगस्टर और सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। उनमें से 13 सीधे तौर पर हत्या की साजिश में शामिल थे, जबकि 19 उनके सहयोगी थे। ये लोग गिरोह को अवैध गतिविधियों, धन और हथियारों की आपूर्ति के अलावा अन्य रसद मुहैया कराने में मदद करते थे।
एजीटीएफ प्रमुख एडीजीपी प्रमोद बान ने कहा कि मूसेवाला को मारने की योजना पिछले साल अगस्त में शुरू हुई थी, यानी कि यूथ अकाली दल के नेता विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या के बाद। उन्होंने कहा, “लॉरेंस बिश्नोई साजिश का मास्टरमाइंड था, जिसे उसने तिहाड़ जेल से इसे रचा था। इसका मकसद मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेना था। लॉरेंस गिरोह का मानना था कि गायक अकाली नेता की हत्या में शामिल था। हालांकि, पंजाब पुलिस ने अकाली नेता की हत्या की जांच में गायक की भूमिका नहीं पाई।”
जनवरी में हुई हत्या की पहली कोशिश
तीसरे प्रयास में यह गिरोह मूसेवाला की हत्या करने में सफल रहा। पहली बार जनवरी में गैंगस्टरों के एक अन्य गुट के जरिए हत्या की कोशिश की गई, इस मॉड्यूल का नेतृत्व गैंगस्टर शाहरुख खान ने किया था। हालांकि, उन्हें सफलता नहीं मिली। बाद में वे 25 मई को अपने टारगेट के करीब आए, लेकिन नाकाम रहे। इसके बाद 29 मई की शाम को जवाहर के गांव में उन्होंने गायक को मार डाला।
13वें आरोपी बलदेव निक्कू की गिरफ्तारी
एडीजीपी ने हत्या में सीधे तौर पर शामिल 13वें आरोपी बलदेव निक्कू की गिरफ्तारी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि निक्कू और केकड़ा साजिश का मुख्य आरोपी था। निक्कू सिरसा का रहने वाला है और 14 मामलों में भगोड़ा अपराधी रहा है। उन्होंने बताया कि वह गायक के घर की रेकी में शामिल था। हत्या वाले दिन जब गायक अपने घर से बाहर आया तो उसने मूसेवाला के साथ एक सेल्फी ली। निक्कू ने केकड़ा के साथ गोल्डी बराड़ और सचिन बिश्नोई को वीडियो कॉल किया और शूटर्स तक संकेत पहुंचाया।