हिंसा के आरोपियों पर UP पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी, 13 FIR दर्ज
नूपुर शर्मा के बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के कई शहरों में विरोध-प्रदर्शन हुए. इस दौरान प्रयागराज, हाथरस, सहारनपुर में प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं भी हुईं. वहीं अब उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई में जुटी है. यूपी पुलिस इन घटनाओं को लेकर आरोपियों की पहचान और धरपकड़ में जुटी है. जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में पुलिस अब तक 337 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
यूपी पुलिस ने हिंसा के मामले में अब तक 337 लोगों को गिरफ्तार किया है. सबसे ज्यादा गिरफ्तारी प्रयागराज से हुई है, जहां 92 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं हाथरस से 52 और सहारनपुर में 83 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गौरतलब है कि गत शुक्रवार को हुए बवाल में प्रदेश के 9 जिलों में कुल 13 एफआईआर दर्ज हुई है. वहीं, पुलिस की ओर से प्रयागराज हिंसा का मुख्य आरोपी बताए जा रहे मोहम्मद जावेद के घर पर रविवार को बुलजोडर चला. प्रशासन ने ऐसा आरोप लगाया है कि मोहम्मद जावेद ही प्रयागराज हिंसा का मुख्य आरोपी है और उसका घर अवैध था.
हांलाकि जावेद के परिवार ने घर के अवैध होने की बात को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि हम सारे टैक्स भर रहे थे तो घर अवैध कैसे है. बता दें कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जुमे की नमाज के बाद राज्य के कई जिलों में हुई हिंसा को लेकर साफ तौर पर कहा कि कोई दोषी पुलिस की कार्रवाई से बच न पाए. वहीं बीते 3 जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में भड़की हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात के करीबी के खिलाफ शनिवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उससे जुड़ीं इमारतों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. कानपुर नगर निगम (KDA) के अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत स्वरूप नगर में मोहम्मद इश्तियाक की अवैध बिल्डिंग को बुलडोजर से गिरा दिया गया है.