रायपुर में कोरोना की नई गाइडलाइन जारी:फिर बढ़ने लगे मरीज, स्वास्थ्य संचालनालय ने लिखा-ये चिंता का विषय,मास्क के लिए लोगों को मोटिवेट करें
छत्तीसगढ़ के संचालनालय स्वास्थ्य सेवाओं की तरफ से एक नई गाइडलाइन जारी की गई है। इस गाइडलाइन में एक बार फिर से कोविड-19 को लेकर सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है। नई गाइडलाइन रायपुर के कलेक्टर, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन जैसे अधिकारियों को जारी की गई है। उन्हें इसे अमल में लाने के निर्देश दिए गए हैं। खास बात यह है कि गाइडलाइन में यह साफ तौर पर कहा गया है कि कुछ दिनों में कोविड-19 संक्रमण के पॉजिटिव मरीजों की दर में बढ़ोतरी हो रही है जो की चिंता का विषय है।
- संक्रमण से बचाव के लिए मास्क के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए। भीड़भाड़ वाली जगहों पर, सार्वजनिक सभागृह, कम हवादार वाली जगहों पर मास्क पहनने के लिए लोगों को विशेष रूप से प्रेरित किया जाए।
- सभी पात्र लोगों को कोविड-19 टीकाकरण की प्रिकॉशन डोज दी जानी है। इसका विशेष प्रयास किया जाए। स्थानीय स्तर पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त कोविड-19 टीकाकरण केंद्र स्थापित किए जाएं, जिससे लोगों को आसानी से प्रिकॉशन डोज मिल सके।
- अस्पतालों की ओपीडी और आईपीडी में आने वाले मरीजों में भी लक्षण के अनुसार उनकी कोविड-19 जांच जरूर की जाए। डायरिया इत्यादि के साथ भर्ती होने वाले मरीजों की भी कोविड-19 जांच की जानी है।
- कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग का महत्व आम जनता को फिर से बताएं, भीड़भाड़ वाली जगहों पर कम जाएं।
गुरुवार को रायपुर में 10 समेत राज्य में 23 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए। वहीं वर्तमान में राज्य भर में 89 कोरोना के सक्रिय मरीज हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में एक दिन में 3,165 कोरोना सैंपल जांचे गए हैं। इसमें पाजिटिविटी दर 0.73 प्रतिशत रही।
तीन महीने बाद कोरोना से मौत का मामला सामने भी आया था। बलौदाबाजार के पलारी ब्लॉक के ग्राम जुनवानी में 32 वर्षीय युवक राजेश की आठ जून को कोरोना से मौत हो गई थी। जानकारी के अनुसार राजेश किराने का व्यवसाय करते थे। उन्हें पांच जून को दोपहर दो बजे के आसपास पेट में दर्द की शिकायत हुई। आराम नहीं मिलने पर सात जून को दोपहर दो बजे परिजनों ने उन्हें रायपुर के निजी अस्पताल भर्ती कराया। जांच में इनके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मिली। इसके बाद एम्स रेफर किया गया, जहां पर इलाज के दौरान मौत हो गई।