Rahul Gandhi vs Rajiv Gandhi: सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी को बताया पिता राजीव से ज्यादा समझदार, दिग्विजय सिंह के भाई ने कहा- ‘यह कांग्रेस का सबसे बड़ा दुश्मन’
सैम पित्रोदा और विवादों का लंबा नाता रहा है। राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले सैम पित्रोदा के एक बयान पर एक बार फिर बवाल मच गया है। सैम पित्रोदा की नजर में राहुल गांधी अपने पिता राजीव गांधी से ज्यादा समझदार हैं और देश का प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं।
HighLights
- ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं सैम पित्रोदा
- राहुल गांधी को बताया पिता राजीव से बेहतर
- भाजपा भड़की, कांग्रेस में भी हो रहा विरोध
एजेंसी, नई दिल्ली। ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का कहना है कि राहुल गांधी में अपने पिता राजीव गांधी से ज्यादा क्षमताएं हैं। बकौल सैम पित्रोदा, राहुल गांधी अपने पिता से बड़े बुद्धिजीवी और बेहतर रणनीतिकार हैं। राहुल गांधी मेहनती हैं।
सैम पित्रोदा की नजर में राहुल गांधी में देश का प्रधानमंत्री बनने के सभी गुण मौजूद हैं। भाजपा ने राहुल गांधी को बदनाम करने के लिए उनकी गलत इमेज बनाई है। इसके लिए भाजपा ने करोड़ों डॉलर खर्च किए हैं।
बहरहाल, सैम पित्रोदा के इस बयान के बाद देश में सियासी पारा चढ़ गया है। भाजपा ने जहां निशाना साधा है, वहीं कांग्रेस में ही कहीं-कहीं विरोध के स्वर उठ रहे हैं।
(सैम पित्रोदा, जो ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं।)
Rahul Gandhi vs Rajiv Gandhi: और क्या कहा सैम पित्रोदा ने
- राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा से पूर्व समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में गांधी परिवार के करीबी सैम पित्रोदा ने ये बातें कहीं।
- बोले- मैंने राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह, वीपी सिंह, चंद्र शेखर और एचडी देवगौड़ा जैसे प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है।
- राहुल और राजीव के बीच अंतर शायद यह है कि राहुल कहीं अधिक बौद्धिक, विचारक हैं, राजीव थोड़ा अधिक काम करने वाले थे।
- दोनों का डीएनए एक जैसा है, उनकी चिंताएं एक जैसी हैं और लोगों के प्रति भावनाएं एक समान हैं। लोगों के लिए काम करना चाहते हैं।
- राजीव की तरह राहुल भी वास्तव में बेहतर भारत बनाने में विश्वास करते हैं। ये सरल लोग हैं। इनकी कोई बड़ी व्यक्तिगत जरूरतें नहीं हैं।
- राहुल अपने पिता से कहीं अधिक रणनीतिकार हैं। वे अलग-अलग समय, अलग-अलग टूल्स और अलग-अलग अनुभवों की उपज हैं।
- बेचारे राहुल को जीवन में दो बड़े झटके झेलने पड़े (अपनी दादी और अपने पिता की मृत्यु)। इसलिए उनकी यात्रा थोड़ी अलग है।
मध्य प्रदेश से उठा विरोध का स्वर
सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस में सबसे पहले विरोध का स्वर मध्य प्रदेश से उठा। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने एक्स पोस्ट पर लिखा- ‘यह कांग्रेस का सबसे बड़ा दुश्मन है। बाप बेटे में फर्क पैदा कर रहा है।’
हालांकि कुछ देर बाद पोस्ट डिलीट कर दी गई, लेकिन पार्टी के अंदर ही बहस तो छिड़ गई है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि ऐसे बयानों से भाजपा को मौका मिलता है।
सैम पित्रोदा पहले राहुल गांधी को बोलने सिखाएं: रविशंकर प्रसाद
भाजपा की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रतिक्रिया दी। रविशंकर प्रसाद ने समाचार एजेंसी ANI से चर्चा में कहा, सैम पित्रोदा अगर सच में राहुल गांधी के अंदर पीएम की छवि देखते हैं, तो पहले उन्हें बोलना सिखाएं।
उन्होंने आगे कहा, राहुल गांधी को यह भी समझाया जाना चाहिए कि वे विदेश में जाकर देश का अपमान न करे। राहुल गांधी विदेश में जाकर भारत का मजाक उड़ाते हैं। वे हमारे देश के लोकतंत्र, मीडिया और न्यायपालिका पर विदेशी धरती से सवाल खड़े करते हैं। पित्रोदा को उन्हें होमवर्क कराना चाहिए कि कब और कहां, कैसे बोलना है।