Uttarakhand News: युवती पर हो गया था कर्ज, उतारने के लिए प्रेमी के साथ ‘मां’ के साथ किया ये काम
HIGHLIGHTS
- 2014 में परिवार के साथ किच्छा में रहने आई थी अंजली
- इसके बाद से ही विजयलक्ष्मी के घर आती-जाती थी युवती
- अकेली रहती थी विजयलक्ष्मी, इसी का उठाया फायदा
Uttarakhand News संदीप जुनेजा, उधमसिंह नगर (किच्छा)। पिछले दिनों हुई विजयलक्ष्मी नामक महिला की मौत के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में जिस युवती को आरोपी बनाया है उसने वारदात को इस तरह अंजाम दिया कि किसी को भी उस पर शक नहीं हुआ। साथ ही पुलिस को भी सच उगलवाने में पसीने छूट गए। हालांकि, आखिरकार पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद आरोपी से सच उगलवा लिया और युवती और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
बेटी जैसा मानती थी विजयलक्ष्मी
इस मामले में गिरफ्तार युवती का नाम अंजली है, पुलिस ने उसके साथ प्रेमी शिवम को भी गिरफ्तार किया है। बताया गया कि विजयलक्ष्मी अंजली को बेटी की तरह मानती थी और पारिवारीक आयोजनों में भी साथ ले जाती थी। विजयलक्ष्मी के पूरे परिवार को भी अंजली पर पूरा भरोसा था, इसी भरोसे का उसने फायदा उठाया और प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
29 जून को मिला था
परिजनों को 29 जून को विजयलक्ष्मी का शव मिला था। उसके गले की सोने की चेन गायब थी, साथ ही घर के जेवर भी चोरी हो चुके थे। हालांकि, परिवार को अंजली पर शक नहीं था, जिसके बाद पुलिस ने चोरी का मामला भी दर्ज किया था।
ऐसे हुआ पुलिस को शक
मृतिका के परिजनों के कहने पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे। इसमें अंजली एक युवक के साथ पीछे के दरवाजे से जाती दिखी थी, जिसके बाद पुलिस का अंजली पर शक गहरा गया। पुलिस ने जब अंजली से पूछताछ की तो वह लगातार गुमराह करती रही। ऐसे में पुलिस को सच उगलवाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ी। हालांकि, जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ तो वह टूट गई और सच उगल दिया।
इसलिए की हत्या
बताया गया कि अंजली ने अपना मकान बनवा रही थी, जिसके चलते उस पर कर्ज हाे गया था। इसी कर्ज को उतारने के लिए उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई थी। उसका प्रेमी का ननिहाल किच्छा में ही था, इस दौरान उसकी मुलाकात हुई थी।
ऐसे की हत्या
अंजली और उसके प्रेमी ने योजना बनाई थी कि वे विजयलक्ष्मी के सोने के बाद चोरी करेंगे। अंजली ने उसे खाना बनाकर खिलाया, लेकिन उसे नींद की गोली नहीं दे पाई। ऐसे में वह विजयलक्ष्मी के सोने का इंतजार करने लगी और शिवम को भी बुला लिया। विजयलक्ष्मी के सोने के बाद शिवम उसके गले से सोने की चेन काटने लगी, इस दौरान विजयलक्ष्मी जाग गई। दोनों का राज न खुल जाए इसलिए उन्होंने मिलकर विजयलक्ष्मी की हत्या कर दी।