Child Teeth Care: खानपान के कारण बच्चों में बढ़ रही दांतों की समस्या, कैसे करें देखभाल, यहां पढ़िए टिप्स
दांतों के स्वास्थ्य के मामले में किसी को भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। जब बात बच्चों के दांतों की आती है, तो अतिरिक्त सावधानी जरूरी है। डॉक्टरों की सलाह है कि बच्चों के दांतों की समय-समय जांच करवाएं। यहां पढ़िए इसी से जुड़ी जरूरी बातें।
HIGHLIGHTS
- मीठी चीजें बच्चों के दांतों को पहुंचाती है नुकसान
- दांतों की सही ग्रोथ के लिए जरूरी है कैल्शियम
- बच्चों में डालें नियमित ब्रश की आदत
Child Teeth Care हेल्थ डेस्क, इंदौर। खानपान में बदलाव के कारण आजकल कम उम्र में ही बच्चों को दांतों से संबंधित समस्या होने लगी है। पेरेंट्स भी बच्चों के दांतों की देखभाल में कई बार लापरवाही कर देते हैं। बच्चों के दूध के दांत छह माह में आने लगते हैं। उनके स्वास्थ्य, बोलने और मुस्कुराहट में दांतों का अहम योगदान रहता है। पेरेंट्स को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष वर्मा से समझते हैं, बच्चों के दांताें का किस तरह ध्यान रखना चाहिए।
ऐसे रखें बच्चों के दांतों का ख्याल
दांतों की नियमित सफाई करें
जब बच्चे के दांत निकलना शुरू होते हैं, तो बच्चे के दांतों को स्मॉल फिंगर ब्रश से दोनों समय ब्रश करना शुरू करें। रात को बच्चा नींद में भी दूध पीता है तो उसे कुल्ला करवाएं या साफ कपड़े से दांत साफ करें।
मीठी चीजों से बच्चों को रखें दूर
मीठी चीजें, जूस, चॉकलेट बच्चों को बिल्कुल न दें। मीठी चीजें दातों की बड़ी दुश्मन होती हैं। बच्चों के दांतों की सही ग्रोथ के लिए कैल्शियम अति आवश्यक है।
विशेषज्ञ से लें सलाह
बच्चों के दांतों का परीक्षण स्वयं न करें कि कहीं कोई धब्बा या खाने में दर्द तो नहीं। खाना दांतों में फंसने पर, दूध के दांत समय पर नहीं गिरने पर, डबल रो आफ टीथ होने पर दंत विशेषज्ञ को अवश्य दिखाएं।
माउथ गार्ड लगाएं
कई बच्चे खेलों से जुड़े होते हैं, ऐसे में दांतों में चोट लगने की आशंका रहती है। इससे बचाव के लिए विशेषज्ञों की सलाह से माउथ गार्ड लगाकर इंजरी से बचा जा सकता है।