Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी, अखिलेश व मायावती ने योगी सरकार को घेरा
HIGHLIGHTS
- अंसारी के परिजन मंगलवार को उससे मिलने के लिए मेडिकल कॉलेज आए थे।
- इस दौरान अफजल अंसारी से ही मुख्तार की मुलाकात हो पाई थी।
- मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं।
एएनआई, नई दिल्ली। बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी का गुरुवार देर रात निधन हो गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इधर फिरोजाबाद में भी सुरक्षा कड़ी की गई है। मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मौत के बाद पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। इस बीच बांदा जिले में भी पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। डीएम, एसपी समेत फोर्स को मेडिकल कॉलेज बुलाया गया है। DGP मुख्यालय ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्तार अंसारी का दूसरा बेटा उमर अंसारी रात 2 बजे के करीब बांदा पहुंच गया। मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम फिलहाल जारी है। 2 डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम कर रहा है, जिसकी वीडियोग्राफी भी की जा रही है। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने कहा कि पिता को आज ही सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। काली बाग कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है।
इस बीच मुख्तार अंसारी की मौत पर उनके बड़े भाई सिबकतुल्लाह अंसारी ने कहा कि मीडिया के माध्यम से ही हमें निधन की सूचना मिली। प्रशासन ने तो कोई सूचना नहीं दी। 18 मार्च से ही मुख्तार अंसारी तबीयत खराब थी। बार-बार कहने के बावजूद कोई इलाज नहीं दिया जा रहा था। वहीं मुख्तार अंसारी की मौत की मजिस्ट्रियल जांच तीन सदस्यीय टीम करेगी।
बेटे का आरोप, पिता को दिया धीमा जहर
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अंसारी के परिजन मंगलवार को उससे मिलने के लिए मेडिकल कॉलेज आए थे। इस दौरान अफजल अंसारी से ही मुख्तार की मुलाकात हो पाई थी। इधर मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं और जेल प्रशासन पर खाने में धीमा जहर देने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने के बाद उसे दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। यहां इलाज के लिए 9 डॉक्टरों की टीम लगाई गई थी। इस दौरान डॉक्टरों ने कब्ज की परेशानी बताई थी और जांच रिपोर्ट सामान्य आने के बाद इलाज कर वापस जेल भेज दिया था।
अखिलेश व मायावती ने योगी सरकार को घेरा
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सभी संदिग्ध मामलों में सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में जांच होनी चाहिए। जो हुकूमत जिंदगी की हिफाजत न कर पाये, उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं। यूपी में कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।
इधर बसपा प्रमुख मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि ”मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंका व गंभीर आरोप लगाए गए हैं, उनकी जांच जरूरी है, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुखी होना स्वाभाविक है।