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Phalgun Month 2024: हिंदू कैलेंडर का आखिरी माह फाल्गुन हुआ शुरू, पड़ेंगे कई तीज-त्योहार

Phalgun Month 2024: मान्यता है कि इस महीने में दान करने से अक्षय पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।

HIGHLIGHTS

  1. इस महीने होली जैसा बड़ा त्योहार, खरमास भी लगेगा
  2. फाल्गुन माह के त्योहार और व्रत सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होते हैं।
  3. फाल्गुन माह फरवरी-मार्च में विवाह के लिए 12 तिथि शुभ रहेगी।

 हिंदू कैलेंडर का आखिरी महीना फाल्गुन यानि 12वां माह रविवार से शुरू हो गया। फाल्गुन का 25 मार्च होली के साथ समापन होगा। फाल्गुन महीने में महाशिवरात्रि, होली जैसे बड़े व्रत-त्योहार आएंगे। फाल्गुन माह का प्राकृतिक, वैज्ञानिक और धार्मिक रूप से विशेष महत्व होता है। पंडित रामजीवन दुबे और विनोद गौतम ने बताया कि फाल्गुन महीने का आरंभ 25 फरवरी से हो गया है। इसका समापन 25 मार्च को होली के साथ होगा।

 
 

मनेगी होली और श‍िवरात्रि

 

फाल्गुन माह के त्योहार और व्रत सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होते हैं। इस महीने होली का त्योहार मनाया जाता है। इसके साथ ही महाशिवरात्रि भी इस महीने मनाई जाती है। मान्यता है कि चंद्रमा का जन्म भी इसी माह में हुआ था। फाल्गुन में चंद्रदेव की भी विशेष पूजा की जाती है। ऐसा करने से मानसिक तनाव दूर होता है। फाल्गुन लगने के साथ ही शहर में जगह-जगह मंदिरों में भगवान के सामने फागोत्सव खेला जाएगा। फाल्गुन माह का प्राकृतिक, वैज्ञानिक और धार्मिक रूप से भी विशेष महत्व है। होली से पहले महाशिवरात्रि पर्व भी मनाया जाएगा। होली के दूसरे दिन से हिंदू नववर्ष चैत्रमास का भी शुभारंभ हो जाएगा। होलिका दहन 24 मार्च को होगा। इससे आठ दिन पहले होलाष्टक लगेगा। इस दौरान शुभ मंगल कार्य वर्जित रहेंगे।

इसलिए पड़ा फाल्गुन नाम

मान्यता है कि इस महीने में दान करने से अक्षय पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार, हिंदू कैलेंडर के सभी नामों का नाम नक्षत्रों के नाम पर रखे गए हैं। किसी भी महीने की पूर्णिमा तिथि के बाद चंद्रमा जिस नक्षत्र में जाता है, तो उस महीने का नाम उसी आधार पर रखा जाता है, ऐसे ही जब चंद्रमा पूर्णिमा पर फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो फाल्गुन नाम से जाना जाता है।

 

फाल्गुन माह में विवाह की 12 तिथियां रहेगी शुभ

फाल्गुन माह फरवरी-मार्च में विवाह के लिए 12 तिथि शुभ रहेगी। जिसमें 12 मार्च को फुलेरा दोज का अबूझ मुहूर्त भी शामिल है। फरवरी में शुभ तिथि 26, 27 व 29 रहेगी। जबकि मार्च में एक,दो,तीन,चार,पांच,छह,सात, 11, 12 रहेगी। 14 मार्च से मलमास लग जाएंगे, जो 13 अप्रैल तक रहेंगे। 14 मार्च को सूर्य मीन राशि में आ जाएंगे। इस कारण खरमास शुरू होगा, जो 15 अप्रैल तक रहेगा। इस महीने में शुभ काम की मनाही होती है, इसलिए इन दिनों मुहूर्त नहीं होते हैं। इसके बाद अगला मुहूर्त 18 अप्रैल को रहेगा। वहीं शुभ कार्य 14 अप्रैल से 26 के बीच संपन्न होंगे। इसके बाद शुक्र तारा अस्त हो जाएगा। ऐसे में 27 अप्रैल से 10 जुलाई तक शुभ कार्य बंद रहेंगे।

 

17 मार्च से शुरू होंगे होलाष्टक

होली के आठ दिन पूर्व होलाष्टक का आरंभ 17 मार्च से शुरू हो जाएगा। इस दौरान किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं और न ही कोई नई वस्तु खरीदी जाती है। होलाष्टक में कोई भी शुभ कार्य शादी, विवाह, मुंडन आदि पर रोक लग जाती है।

फाल्गुन माह में रहेंगे प्रमुख व्रत-त्योहार

फाल्गुन माह में 28 फरवरी को संकष्टी चतुर्थी, एक मार्च को यशोदा जयंती, तीन मार्च को शबरी जयंती, भानु सप्तमी, चार मार्च को जानकी जयंती, छह मार्च को विजया एकादशी, आठ मार्च को महाशिवरात्रि, प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, पंचक शुरू, 10 मार्च को फाल्गुन अमावस्या, 12 मार्च को फुलेरा दूज, रामकृष्ण जयंती, 13 मार्च को विनायक चतुर्थी, 14 मार्च को मीन संक्रांति, 20 मार्च को आमलकी एकादशी, 22 मार्च को प्रदोष व्रत, 24 मार्च को होलिका दहन, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत, 25 मार्च को होली, चैतन्य महाप्रभु जयंती, चंद्रग्रहण रहेगा।

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