Digital Detox: दिन में एक बार तय समय के लिए बनाएं मोबाइल फोन, टैब और इंटरनेट से दूरी
HIGHLIGHTS
- स्मार्टफोन, टैब या लैपटाप पर दिनभर नजरें बनाए रखने की आदत मानसिक सेहत के लिए खतरा।
- अब लोग सार्वजनिक सभा के वक्त एक-दूसरे से बातें कम स्मार्टफोन का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं।
- वर्चुअल वर्ल्ड में ज्यादा वक्त बिताना लाइफ स्टाइल के लिए ठीक नहीं। एकाग्रता भी हो सकती है बाधित।
Digital Detox: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंटरनेट आज हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है और आलम यह है कि इससे एक पल भी दूर रह पाना नामुमकिन सा लगता है। दिनभर स्मार्टफोन, टैब या लैपटाप पर नजरें बनाए रखने की आदत आपकी मानसिक सेहत के लिए खतरा बन सकती है। अब लोग किसी सार्वजनिक सभा के वक्त एक-दूसरे से बात कम स्मार्टफोन का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं। जबकि वर्चुअल वर्ल्ड में ज्यादा वक्त बिताना आपकी लाइफ स्टाइल के लिए भी ठीक नहीं है। इसकी वजह से आपकी एकाग्रता भी बाधित हो सकती है।
सेमिनार में आइ अवेयरनेस के लिए बच्चों को जानकारी देते नेत्र विशेषज्ञ डा. अमित सोलंकी।
यह बात नेत्र विशेषज्ञ डा. अमित सोलंकी ने कही। वे क्रिएट स्टोरीज एनजीओ द्वारा आइ अवेयरनेस के लिए डिजिटल डिटाक्स विषय पर आयोजित सेमिनार में बतौर वक्ता उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में इंटरनेट मीडिया एप्स से ब्रेक लेना, स्क्रीन का मोह छोड़ना आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है। तय समय के लिए फोन, टैब या फिर ऐसे ही इलेक्ट्रानिक डिवाइसेज से दूरी बना लेने को डिजिटल डिटाक्स कहा जाता है।
दिनभर में कोई समय तय करें
अचानक स्मार्टफोन का इस्तेमाल छोड़ देना बेहद मुश्किल है, क्योंकि नौकरी और दूसरी वजहों से हमें कई एप्स का इस्तेमाल करना पड़ता है, जिन्हें हर दिन देखने की जरूरत पड़ती है। इसके चलते एक समय तय करें और उस दौरान फोन का इस्तेमाल न करें।
खुद के लिए निकालें वक्त
अपने आपको वक्त दें और स्मार्टफोन से दूर रहने की कोशिश करें। साथ ही ब्रेक के दौरान पूरी तरह से फोन छोड़ने की कोशिश कर सकते हैं। इस दौरान करीब 300 बच्चों की आंखों की जांच भी की गई, जिसमें 250 से ज्यादा बच्चों की नजर कमजोर पाई गई, जबकि उन्हें यह जानकारी नहीं थी। इसका मुख्य कारण स्क्रीन पर ज्यादा समय गुजारना और रेगुलर आइ चेकअप न होना।