Depression: युवाओं में बढ़ती जा रही समस्या, साथ मिलकर लड़ें डिप्रेशन से जंग
Depression: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। आज के आधुनिक युग में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, खासकर युवाओं में डिप्रेशन की समस्या चिंताजनक रूप से बढ़ी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनियाभर में लगभग 280 मिलियन लोग डिप्रेशन से पीड़ित हैं, जिनमें से लगभग 80 मिलियन लोग विकसित देशों में रहते हैं।
मनोरोग विशेषज्ञ डा. रमन शर्मा ने बताया कि भारत में भी डिप्रेशन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक अध्ययन के अनुसार भारत में लगभग 40 मिलियन लोग डिप्रेशन से पीड़ित हैं। डिप्रेशन एक गंभीर समस्या है, इससे युवाओं का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों प्रभावित होता है। अत्यधिक तनाव, असफलता का भय, संबंधों में समस्याएं, हिंसा या दुर्व्यवहार, नशीली दवाओं के सेवन से युवाओं में डिप्रेशन की समस्या तेजी से बढ़ रही है।
यह हैं डिप्रेशन
डिप्रेशन से पीड़ित युवाओं में उदासी, निराशा, एकाग्रता और रुचि में कमी, नींद न आना, भूख न लगना और यहां तक कि आत्महत्या के विचार आना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। युवाओं में डिप्रेशन की समस्या को कम करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करें, तनाव को कम करने का प्रयास करें, असफलता से निपटने के लिए सक्षम बनाएं, संबंधों में उचित मार्गदर्शन दें, हिंसा और दुर्व्यवहार को रोकने का प्रयास करें, नशीली दवाओं के सेवन के प्रति युवाओं को जागरूक करें।
यदि किसी को डिप्रेशन के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो उसे तुरंत किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। डिप्रेशन का इलाज मनोचिकित्सा एवं दवाओं से संभव है। इस रोग से निपटने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है।