फर्मेंटेड फूड खाने से शरीर को नुकसान या फायदा, पढे़ं क्या कहता है आयुर्वेद
आयुर्वेद में दवाईयों का सिद्धांत नहीं है। यह खाना-पान को ठीक करने पर ज्यादा जोर देता है। शरीर में वात-पित्त और कफ होता है। यह तीन दोष आपके शरीर में संतुलित हैं, तो कभी कोई परेशानी नहीं होगी।
हेल्थ डेस्क, नई दिल्ली। आयुर्वेद में दवाईयों का सिद्धांत नहीं है। यह खाना-पान को ठीक करने पर ज्यादा जोर देता है। शरीर में वात-पित्त और कफ होता है। यह तीन दोष आपके शरीर में संतुलित हैं, तो कभी कोई परेशानी नहीं होगी। इन तीनों के असंतुलित होते ही शरीर में परेशानियां होना शुरू हो जाती हैं। आयुर्वेद में माना गया है कि इनका संतुलन होना शरीर को रोग मुक्त रखने के लिए बहुत जरूरी है।
हर व्यक्ति का शारीरिक नेचर अलग होता है। उसी आधार पर हमको खाना खाना चाहिए। फर्मेंटेड फूड होते तो अच्छे हैं, लेकिन आयुर्वेद में इनके बारे में क्या लिखा है, यह बहुत ही कम लोग जानते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर नीतिका कोहली ने बताया कि फर्मेंटेड फूड को खाना ठीक है कि नहीं।
आयुर्वेद के अनुसार फर्मेंटेड फूड्स के फायदे और नुकसान
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- अचार खट्टा होता है, इसलिए यह पाचन तंत्र को सुधार देता है। फिर भी इसके खट्टे होने के कारण पित्त और कफ दोष की समस्या पैदा कर सकता है।
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- अचार को ज्यादा खाने एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है।
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- इडली और डोसा को दाल और चावल को फर्मेट कर बनाते हैं। ऐसे में इसमें न्यूट्रिशन्स की मात्रा बढ़ जाती है। इसको पचाना भी आसान होता है।
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- इडली और डोला ज्यादा खाने से शरीर मे वात बढ़ सकता है। यह आपके शरीर गैस की परेशानी बना सकता है।
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- दही में प्रोबायोटिक्स होने से ताजा खाए तो शरीर के बहुत फायदेमंद है, लेकिन रात का खाएंगे तो कफ को बढ़ा सकता है।