Mahadev Betting App: आरोपित असीम दास ने कोर्ट में कहा- सेंट्रल एजेंसी ने सीएम बघेल के खिलाफ बयान पर जबरन कराया हस्ताक्षर
Mahadev Betting App:असीम ने कहा है कि उसे महादेव सट्टेबाजी एप मामले में झूंठा फंसाया जा रहा है और केंद्रीय जांच एजेंसी ने उसे अंग्रेजी में लिखे बयान पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया, जिस भाषा को वह नहीं समझता है।
HIGHLIGHTS
- महादेव एप के आरोपित असीम दास ने कोर्ट के समक्ष रखी अपनी बातें।
- मतदान के पूर्व आरोप लगाकर आरोपित ने मचा दी थी राजनीतिक सनसनी।
रायपुर।Mahadev Betting App: महादेव सट्टेबाजी एप मामले में जेल में बंद आरोपित कार ड्राइवर असीम दास ने विशेष अदालत में कहा कि उसने कभी भी किसी नेता को धन नहीं पहुंचाया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ बयान पर सेंट्रल एजेंसी ने उससे जबरन हस्ताक्षर कराया है और उसे इस केस में झूठा फंसाया जा रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत अन्य अधिकारियों को 508 करोड़ रुपये पहुंचाने के आरोप का सामना कर रहे असीम दास और पुलिस कांस्टेबल भीम सिंह यादव को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से चार दिन पहले तीन नवंबर को गिरफ्तार किया था। तीन दिसंबर को मतगणना होगी। ऐसे समय में असीम दास का विशेष अदालत में मुख्यमंत्री को क्लीन चिट देने वाला बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
अदालत ने पत्र को रिकार्ड में लिया
कार ड्राइवर असीम दास के अधिवक्ता शोएब अल्वी ने बताया कि असीम दास ने जेल से ईडी के निदेशक को एक पत्र लिखा था और इसकी प्रतियां 17 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य उच्च अधिकारियों को भी भेजी गई है। इस पत्र में असीम ने कहा है कि उसे महादेव सट्टेबाजी एप मामले में झूंठा फंसाया जा रहा है और केंद्रीय जांच एजेंसी ने उसे अंग्रेजी में लिखे बयान पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया, जिस भाषा को वह नहीं समझता है। अधिवक्ता अल्वी ने बताया कि उन्होंने अदालत से इस पत्र को रिकार्ड में लेने का आग्रह किया था, जिसे न्यायाधीश ने स्वीकार कर लिया।
कभी भी किसी नेता, कार्यकर्ता को धन नहीं दिया
असीम दास ने अपने पत्र में कहा है कि वह इस साल अक्टूबर में खुद को महादेव एप का संचालक बताने वाले बचपन के दोस्त शुभम सोनी के बुलावे पर दो बार दुबई गया था। इस हवाई यात्रा का सारा खर्च सोनी ने ही उठाया था। दास ने पत्र में आगे कहा है कि शुभम सोनी छत्तीसगढ़ में एक निर्माण व्यवसाय शुरू करना चाहता था और उसने उसे (दास को) अपने लिए काम करने कहा था। सोनी ने दास को धन की व्यवस्था करने का वादा किया था। जिस दिन उसे गिरफ्तार किया गया था, वह माना विमानतल की पार्किंग में खड़ी एक कार लेने गया था। उसे रायपुर की वीआइपी रोड पर स्थित एक होटल में जाने के लिए कहा गया था।
किसी नेता या कार्यकर्ता को धन या कोई अन्य सहायता नहीं दी
असीम ने कहा कि उसे कार को सड़क पर पार्क करने के लिए कहा गया, जहां एक व्यक्ति नकदी से भरा बैग कार में रखकर चला गया। इसके बाद असीम को फोन पर अपने होटल के कमरे में वापस जाने के लिए कहा गया और कुछ ही देर में ईडी के अधिकारी कमरे में आए और मुझे अपने साथ ले गए। बाद में मुझे एहसास हुआ कि मुझे फंसाया जा रहा है। दास ने कहा है कि उसने कभी भी किसी नेता या कार्यकर्ता को धन या कोई अन्य सहायता नहीं दी है।