Respiratory Health Tips: सांस या दमे की समस्या है तो दीपावली पर वायु प्रदूषण से खुद को ऐसे बचाएं
HIGHLIGHTS
- एक अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क हानिकारक प्रदूषकों को फ़िल्टर करने में मदद कर सकता है।
- यदि किसी व्यक्ति को अस्थमा या सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) जैसी श्वसन संबंधी बीमारी है तो उसे घर से दीपावली के दौरान ज्यादा बाहर नहीं निकलना चाहिए।
- बच्चों तथा कमजोर लोगों से पटाखों से निकलने वाली प्रदूषित गैसों से दूर रखना चाहिए।
हेल्थ डेस्क, इंदौर। अक्टूबर व नवंबर माह में मौसम बदलने के कारण कई लोगों को सर्दी, खांसी सहित कई अन्य श्वसन संबंधी बीमारी हो जाती है। इसके अलावा दीपावली पर कई पकवान खाने से भी पाचन प्रभावित हो सकता है। वहीं दिल्ली, मुंबई जैसा महानगरों में पटाखों के कारण भी प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है और लोगों की श्वसन संबंधित कई परेशानियां झेलनी पड़ती है। इस दौरान खुद को सेहतमंद कैसे रहना है, इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के डॉ. अखिलेश भार्गव।
पटाखे जलाने से बचें
खुद को और परिजनों को सांस संबंधित कोई शिकायत है तो वायु प्रदूषण से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि पटाखों से दूर रहे। यदि कोई व्यक्ति पटाखे फोड़ता है, तो उसे ऐसा हवादार क्षेत्र में करने के लिए कहां। बच्चों तथा कमजोर लोगों से पटाखों से निकलने वाली प्रदूषित गैसों से दूर रखना चाहिए।
मास्क जरूर पहनें
एक अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क हानिकारक प्रदूषकों को फ़िल्टर करने में मदद कर सकता है। यदि किसी व्यक्ति को अस्थमा या सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) जैसी श्वसन संबंधी बीमारी है तो उसे घर से दीपावली के दौरान ज्यादा बाहर नहीं निकलना चाहिए और मास्क जरूर पहनना चाहिए।
लिक्विड डायट ज्यादा लें
शरीर को ज्यादा से ज्यादा हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें। ज्यादा मीठे पेय पदार्थ और शराब पीने से बचें। दिनभर में 3 से 4 लीटर पानी जरूर पीएं। यदि सांस लेने में तकलीफ हो। घरघराहट की आवाज आए या श्वसन संबंधी लक्षण महसूस होते हैं तो तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
बगैर पटाखों के रोशनी कर मनाएं दीवाली
दीपावली रोशनी का त्योहार है और इस दौरान पटाखे फोड़ने के बजाए ज्यादा से ज्यादा रंग बिरंगी खूबसूरत रोशनी कर त्योहार मनाने का प्रयास करें। घर में दीये, मोमबत्तियां या लालटेन जलाएं। श्वसन संबंधी समस्याओं वाले लोगों को अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए और आपातकालीन दवाओं के बारे में जरूर पूछना चाहिए।