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स्कूल शिक्षा विभाग में 17 अफसरों का तबादला, 11 जिलों में बनाया फिर प्रभारी डीईओ, ये अधिकारी हुए इधर से उधर

Chhattisgarh News: स्कूल शिक्षा विभाग ने 17 अफसरों को इधर से उधर किया है। इनमें प्रदेश के 11 जिलों में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) की नियुक्ति की गई है।

HIGHLIGHTS

  1. 33 उप संचालक और सिर्फ दो ही बनाया डीईओ
  2. 31 जिलों में प्रभारियों को सरकार ने सौंपी कमान
  3. स्कूल शिक्षा में निलंबन-बहाली के खेल के बाद नया पैंतरा

रायपुर (राज्य ब्यूूरो)। Chhattisgarh News: स्कूल शिक्षा विभाग ने 17 अफसरों को इधर से उधर किया है। इनमें प्रदेश के 11 जिलों में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) की नियुक्ति की गई है। वहीं कुछ को विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) बनाया गया है। विभाग में नए मंत्री रविंद्र चौबे के हाथों में कमान आने के बाद लगातार प्रभारवाद हावी है। प्रदेश के 33 में से 31 जिलों में कनिष्ठों को डीईओ बनाया गया है। इतना ही नहीं, संभागीय संयुक्त संचालक कार्यालयों में भी वरिष्ठों के ऊपर कनिष्ठाें यानी उप संचालकों को संयुक्त संचालक की कमान सौंप दी गई है। ये स्थिति तब है जब प्रदेश में 33 उप संचालक हैं, नियमानुसार उन्हें ही डीईओ बनाया जाना चाहिए।

 

जानकारों की मानें तो प्रभारवाद और जुगाड़तंत्र के खेल में शिक्षा की गुणवत्ता को ताक पर रखकर मनमानी नियुक्तियां की जा रहीं है। प्रदेश के कोरबा में उप संचालक गोवर्धन भारद्वाज और महासमुंद में उप संचालक मीता मुखर्जी ही केवल दो ऐसे डीईओ हैं जो कि इस पद के लिए योग्य हैं। इसके पहले विभाग में 24 घंटे से लेकर सप्ताहभर में निलंबन-बहाल का खेल भी जारी है।

 

ये अधिकारी हुए इधर से उधर

विभाग ने प्रभारी डीईओ सारंगढ़-बिलाईगढ़ डेजी रानी जांगड़े को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रायपुरा जिला रायपुर, बीईओ डोगरगढ़ फत्तेराम कोसरिया को प्रभारी डीईओ खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, प्रभारी डीईओ खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के.वी राव को प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरहापुर विकासखंड धमधा दुर्ग, बीईओ जशपुर जुल्फीकार उल्लाह सिद्दीकी को प्रभारी डीईओ जशपुर पदस्थ किया गया है।

 

बीईओ तिल्दा बीएल देवांगन को प्रभारी डीईओ बलौदाबाजार-भाटापारा, सहायक संचालक विनोद कुमार राय को लोक शिक्षण सरगुजा संभाग अंबिकापुर से प्रभारी डीईओ बलरामपुर-रामानुजगंज, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झाल विकासखंड नवागढ़ बेमेतरा के प्राचार्य गेंदलाल चतुर्वेदी को प्रभारी डीईओ मुंगेली, प्राचार्य रमेश कुमार निषाद सक्ती से स्थानांतरित किंतु न्यायालय के स्थगन पर कार्यरत है, को प्रभारी डीईओ गरियाबंद, बीईओ जितेन्द्र कुमार गुप्ता को प्रभारी डीईओ कोरिया, शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरिया(बरमकेला) के प्राचार्य एस. एन. भगत को प्रभारी डीईओ सारंगढ़-बिलाईगढ़, जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण कबीरधाम प्राचार्य टीकाराम साहू की प्रतिनियुक्ति समाप्त करते हुए डीईओ बिलासपुर पदस्थ किया गया है और प्राचार्य बी.एल खरे स्थानांतरित किंतु न्यायालय से स्थगन प्राप्त को प्रभारी डीईओ सक्ती में यथावत रखा गया है।

सहायक संचालक राजकुमार कठौते को जगदलपुर से प्रभारी डीईओ दंतेवाड़ा, प्राचार्य जगदीश कुमार शास्त्री बीईओ पामगढ़ से प्रभारी डीईओ गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, उप संचालक डी.के. कौशिक डीईओ बिलासपुर से उप संचालक राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा रायपुर , प्रभारी डीईओ दंतेवाड़ा प्रमोद ठाकुर को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुधापाल विकासखंड व जिला बस्तर और प्राचार्य नरेन्द्र कुमार चन्द्रा को बीईओ पामगढ़, जांजगीर-चांपा पदस्थ किया गया है।

स्कूल शिक्षा प्रमुख सचिव डा. आलोक शुक्ला ने कहा, डीईओ-बीईओ की नियुक्तियां मैंने नहीं की है। इसका निर्णय मंत्री लेते हैं। इस संबंध में आप विभागीय मंत्री से बात कर लीजिए।

व्यवस्था गलत है

शिक्षाविद व माशिमं पूर्व सदस्य संजय जोशी ने कहा, डीईओ का पद शिक्षा संहिता में उप संचालक के स्तर का पद है। कुछ वर्षों में यहां जुगाड़तंत्र का खेल चल रहा है। अगर प्राचार्यों को ही डीईओ बनाना हो तो उसके लिए नियम बनाया गया है कि वरिष्ठों को प्रभार दिया जाए। जब अयोग्य और कनिष्ठ व्यक्ति को शिक्षा की कमान मिलती है तो इसका असर विद्यार्थियों की शिक्षा गुणवत्ता पर भी पड़ता है। यह गलत है।

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