Ayurveda Tips: क्या आप भी पाचन की समस्या से जूझ रहे हैं? जीवनशैली में अपनाएं आयुर्वेद से जुड़े ये नियम
Ayurveda Tips आयुर्वेद के मुताबिक, खाने में घी का सेवन भी जरूर करना चाहिए। जहां तक संभव हो खाना शुद्ध घी में ही पकाना चाहिए।
HIGHLIGHTS
- लाइफस्टाइल में आयुर्वेद से जुड़े कुछ नियमों को शामिल कर लेते हैं, तो पाचन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
- यदि आपको अपना पाचन ठीक रखना है तो रोज निश्चित समय पर भोजन करने की आदत डाले।
- यदि आप रोज सही समय पर भोजन करेंगे तो भूख भी अच्छी लगेगी और शरीर एक अनुशासन के साथ काम करने लगता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। अनियमित दिनचर्या और खानपान में लापरवाही के कारण आजकल अधिकांश लोग पाचन से जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे हैं। कम उम्र में ही लोगों को कब्ज, गैस, एसिडिटी, बदहजमी की दिक्कत होने लगी है। ऐसे में यदि आप अपनी लाइफस्टाइल में आयुर्वेद से जुड़े कुछ नियमों को शामिल कर लेते हैं, तो पाचन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इंदौर स्थित अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के डॉ. अखिलेश भार्गव इस बारे में यहां विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
निश्चित समय पर करें रोज भोजन
यदि आपको अपना पाचन ठीक रखना है तो रोज निश्चित समय पर भोजन करने की आदत डाले। यदि आप रोज सही समय पर भोजन करेंगे तो भूख भी अच्छी लगेगी और शरीर एक अनुशासन के साथ काम करने लगता है। यदि आप अपने दिन की शुरुआत सुबह 6 बजे से कर देते हैं करीब 6 घंटे बाद भोजन कर लेना चाहिए। दरअसल जागने के 4 घंटे बाद अग्नाशल में पित्त की अधिकता होती है, जो पाचन में मददगार होता है।
खाने में भरपूर खाएं सलाद
रोज भोजन में संतुलित आहार लेने की आदत डालें। खाना खाने से पहले फाइबर फूड जैसे सलाद, अंकुरित अनाज आदि का सेवन भी करें। इससे पेट जल्दी भरा हुआ महसूस होता है और पाचन में सहायक होता है। फाइबर फूड का पाचन भी बेहतर तरीके से होता है। भोजन में वसा युक्त सामग्री का सेवन कम करना चाहिए। ज्यादा तैलीय पदार्थों खाने से पेट की आंतों को भी ज्यादा मेहनत करना पड़ती है।
खाने में इन चीजों को भी करें शामिल
आयुर्वेद के मुताबिक, खाने में घी का सेवन भी जरूर करना चाहिए। जहां तक संभव हो खाना शुद्ध घी में ही पकाना चाहिए। वनस्पति या रिफाइंड तेल का उपयोग करने से बचना चाहिए। दोपहर के खाने के आखिर में दही या छाछ का सेवन करना पेट के लिए अच्छा होता है।