World Tourism Day: प्रकृति की गोद में बसे हैं भारत के ये 3 खूबसूरत गांव , जरूर करें यहां की सैर
HIGHLIGHTS
- लद्दाख के लेह जिले स्थित है लामायुरु गांव। यह गांव लद्दाख के सबसे पुराना मठ के लिए भी विख्यात है।
- राजस्थान के थार मरुस्थल में स्थित खिमसर गांव अपनी अपनी रेतीली खूबसूरती के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है।
- केरल की प्राकृतिक खूबसूरती पर्यटकों को हमेशा आकर्षित करती है। लेकिन केरल के कुछ गांव ऐसे हैं, जिनकी जो भी अनछुए हैं।
Beautiful Villages in India। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर साल 27 सितंबर का दिन विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है। यदि आप भी कुछ तरह की जगह पर घूमने के शौकीन में है तो हम आपको भारत में बसे ऐसे तीन गांवों के बारे में बता रहे हैं, जिनका श्रृंगार खुद प्रकृति ने किया है। कुदरत की गोद में बसे इन गांवों की सैर करना आपको अलग तरह का सुकून दे सकता है।
लामायुरु गांव, लद्दाख
लद्दाख के लेह जिले स्थित है लामायुरु गांव। यह गांव लद्दाख के सबसे पुराना मठ के लिए भी विख्यात है। लामायुरु गांव में स्थित मठ अपने वास्तु डिजाइन के लिए पूरे लद्दाख में मशहूर है। प्रसिद्ध लामायुरु गोम्पा (मठ) भी इस गांव में ही स्थित है। इस गांव को मून लैंड (moon land) भी कहा जाता है। दरअसल इस मठ के आसपास की जमीन और पथरीले क्षेत्र चांद की तरह के समान दिखाई देते हैं। इस गांव में 150 से ज्यादा स्थायी बौद्ध भिक्षु रहते हैं। जिला मुख्यालय लेह से यह गांव करीब 115 किमी की दूरी पर स्थित है।
खिमसर गांव, राजस्थान
राजस्थान के थार मरुस्थल में स्थित खिमसर गांव अपनी अपनी रेतीली खूबसूरती के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है। बीच मरुस्थल में बसे इस गांव में पानी भी एक पानी की झील भी है, जो इस गांव की खूबसूरती को बढ़ा देती है। खिमसर गांव के चारों ओर दूर-दूर तक सिर्फ रेत ही रेत है। खिमसर को ‘सैंड ड्यून्स विलेज’ भी कहा जाता है। इस गांव में हर साल जनवरी से फरवरी के बीच नागौर महोत्सव भी आयोजित किया जाता है। इस गांव के पास 10वीं शताब्दी में निर्मित नागौर का किला भी देखा जा सकता है। पर्यटक जोधपुर होते हुए इस गांव में पहुंच सकते हैं।
कोल्लेंगोडे गांव, केरल
केरल की प्राकृतिक खूबसूरती पर्यटकों को हमेशा आकर्षित करती है। लेकिन केरल के कुछ गांव ऐसे हैं, जिनकी जो भी अनछुए हैं। इनमें शामिल हैं केरल का एक छोटा सा कोल्लेंगोडे गांव, जो पलक्कड़ जिले में स्थित है। इस गांव की प्राकृतिक सुंदरता, धान के खेत, आम के बाग और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ मन मोह लेते हैं। यहां केरल की पारंपरिक वास्तुकला शैली में बना कोल्लेंगोडे पैलेस भी आकर्षण का केंद्र है। यह स्थान भगवान विष्णु को समर्पित है। कोल्लेंगोडे प्रमुख बस मार्गों से भी जुड़ा हुआ है।