यूपी की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी को हत्या का डर, कोर्ट से लगाई ये गुहार
मुख्तार अंसारी ने बांदा जेल के एक सिपाही से भी जान का खतरा बता दिया।
HIGHLIGHTS
- मुख्तार अंसारी ने जेल प्रशासन पर लगाए आरोप।
- जेल में ट्रांसफर होकर आए सिपाही से सता रहा डर।
- विधायक निधि के लाखों रुपये दे दिए थे कालेज को।
मऊ। उत्तर प्रदेश के माफिया मुख्तार अंसारी ने खुद की हत्या कर डर सता रहा है। मुख्तार की विशेष अदालत में वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई, इस दौरान उस पर लगे तीन मामलों में सुनवाई होना थी, जिसमें से एक मामले में ही सुनवाई हो पाई। मुख्तार ने अदालत से गुहार लगाते हुए कहा कि जेल में मेरी हत्या हो सकती है, ऐसे में मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए। इसके साथ ही उसने जेल के एक सिपाही से भी जान का खतरा बता दिया, यह सिपाही सोनभ्रद से बांदा जेल में ट्रांसफर होकर आया है।
मुख्तार अंसारी ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी हत्या करवाई जा सकती है। मुख्तार ने विधायक रहते हुए सरवां में बैजनाथ कालेज को निधि से लाखों रुपये दिए थे। इस मामले में जांच करने पर कालेज की खतौनी फर्जी मिली थी। इसके बाद मुख्तार अंसारी और कालेज से जुड़े लोगों पर केस दर्ज कर उन्हें आरोपित बनाया गया था।
नहीं हो पाई मुख्तारी की आनलाइन पेशी
उधर हथियार के लाइसेंस के केस में मुख्तार सहित उसके साथियों पर गैंगस्टर एक्ट में मामला दर्ज हुआ था। इस केस में सबूत के लिए 20 सितंबर की तारीख तय की गई है। विधायक निधि और हथियार के लाइसेंस के मामले में बांदा जेल कोर्ट के लिए लिंक नहीं जुड़ पाने पर मुख्तार अंसारी की पेशी नहीं हो पाई।
हथियार लाइसेंस दिलाने के लिए की थी सिफारिश
मुख्तार अंसारी ने विधायक रहते हुए पत्र लिखकर करीब 6 लोगों को हथियार का लाइसेंस उपलब्ध करवाने के लिए सिफारिश की थी। इस मामले में भी जांच करने पर जिन लोगों के लिए सिफारिश की गई थी उनका पता फर्जी निकला था।