पीएम मोदी का इंटरव्यू, पढ़िए भारत-चीन, महंगाई और फ्रीबीज की पॉलिटिक्स पर क्या कहा
पीएम मोदी ने कश्मीर और अरुणाचल में जी-20 बैठक पर पाकिस्तान तथा चीन की आपत्तियों को खारिज करते हुए कहा, देश के हर हिस्से में बैठकें आयोजित करना स्वाभाविक है।
September 3, 2023
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HIGHLIGHTS
- कई विषयों पर पीएम मोदी ने दिए सवालों के जवाब
- फेक न्यूज को बताया अराजकता का कारण
- पढ़िए पीएम मोदी के इंटरव्यू की बड़ी बातें
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने समाचार एजेंसी पीटीआई (PTI) को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बात की है। पीएम मोदी ने जी-20 की अध्यक्षता के सकारात्मक प्रभावों के बारे में बताते हुए कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ से ही विश्व कल्याण संभव है। पढ़िए पीएम मोदी के इंटरव्यू की बड़ी बातें
पीएम मोदी ने कहा, “दुनिया का जीडीपी-केंद्रित दृष्टिकोण अब मानव-केंद्रित में बदल रहा है। इसमें भारत भी अहम भूमिका निभा रहा है। भारत की जी-20 अध्यक्षता से कई सकारात्मक प्रभाव सामने आए हैं और इनमें से कुछ तो ‘मेरे दिल के बहुत करीब’ हैं।”
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पीएम मोदी ने कश्मीर और अरुणाचल में जी-20 बैठक पर पाकिस्तान तथा चीन की आपत्तियों को खारिज करते हुए कहा, “देश के हर हिस्से में बैठकें आयोजित करना स्वाभाविक है।”
“फेक न्यूज अराजकता पैदा कर सकती हैं और समाचार स्रोतों की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इनका इस्तेमाल सामाजिक अशांति को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है।”
“आतंकवादी अपने नापाक मकसदों को अंजाम देने के लिए डार्कनेट, मेटावर्स, क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसका असर राष्ट्रों के सामाजिक ताने-बाने पर पड़ सकता है।”
लोकलुभावनवाद पर किया कटाक्ष
पीएम मोदी ने लोकलुभावनवाद पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि लोकलुभावनवाद से तात्कालिक राजनीतिक फायदा जरूर मिल सकता है, लेकिन लंबी अवधि में इसकी बड़ी सामाजिक और आर्थिक कीमत चुकाना पड़ सकती है।
सबसे गरीब और सबसे कमजोर लोग गैर-जिम्मेदार वित्तीय नीतियों और लोकलुभावनवाद से सबसे अधिक पीड़ित हैं।
पीटीआई के साथ साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा, “9 साल की राजनीतिक स्थिरता के कारण देश में कई सुधार हुए और विकास पर इसका असर साफ दिखाई दे रहा है।”
महंगाई पर क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, “महंगाई दुनिया के सामने प्रमुख मुद्दा है। हमारी G20 अध्यक्षता ने यह साबित कर दिया है कि यदि कोई देश अपने यहां महंगाई रोकने के लिए कदम उठाता है, तो दूसरे देशों को इसका नुकसान नहीं होता है। वैश्विक मुद्रास्फीति से लड़ने के लिए नीतिगत रुख का समय पर और स्पष्ट संचार महत्वपूर्ण है।”
September 3, 2023
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