MP Election 2023: महाकोशल का संताप हर सकती है भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा"/>

MP Election 2023: महाकोशल का संताप हर सकती है भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा

MP Election 2023: विंध्य में भी होगा असर, पांच सितंबर को यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह।

HIGHLIGHTS

  1. पार्टी को हमेशा यह संताप रहेगा कि महाकोशल में वह उपचुनावों के बाद भी आगे नहीं निकल पाई।
  2. नीति-नियंता यह जानते भी हैं कि अगर प्रदेश में सरकार बनानी है तो महाकोशल को जीतना ही होगा।
  3. भाजपा में चुनावी रणनीति के महारथी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को महाकोशल लाया जा रहा है।

MP Election 2023: जबलपुर। वर्ष-2018 के चुनाव के बाद अगर भाजपा की सरकार नहीं बनी थी तो इसके पीछे उसका महाकोशल अंचल में पीछे रह जाना भी कारण रहा था। हालांकि भाजपा ने डेढ़ साल बाद सरकार तो बना ली लेकिन पार्टी को हमेशा यह संताप रहेगा कि महाकोशल में वह उपचुनावों के बाद भी आगे नहीं निकल पाई।

शायद भाजपा की चुनाव रणनीति के नीति-नियंता यह जानते भी हैं कि अगर प्रदेश में सरकार बनानी है तो महाकोशल को जीतना ही होगा इसलिए भाजपा में चुनावी रणनीति के महारथी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को महाकोशल लाया जा रहा है। वे मंडला से पांच सितंबर को जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाकर एक तरह से चुनावी बिगुल बजा देंगे।

महाकोशल से भाजपा को तगड़ा झटका लगा था

पिछले विधानसभा चुनाव में महाकोशल से भाजपा को तगड़ा झटका लगा था। यहां की 38 में से 24 सीटें कांग्रेस ने जीती थीं और भाजपा के खाते में महज 13 सीटें ही आई थीं। इस बार पार्टी महाकोशल को लेकर काफी सतर्क है। गांव-गांव कार्यकर्ताओं और संगठकों के दौरे चल रहे हैं लेकिन किसी बड़े चेहरे का यहां पार्टी को इंतजार था।

अमित शाह खुद आएंगे

 

अब साफ हुआ है कि अमित शाह खुद यहां आकर चुनाव प्रचार शुरू करेंगे। इसके लिए पार्टी ने मंडला का चयन किया है। जिले की तीनों सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं। पार्टी ने यहां से जन आशीर्वाद यात्रा शुरू करने का फैसला इसलिए किया ताकि पूरे आदिवासी क्षेत्र में पार्टी के समर्थन में माहौल बनाया जा सके। अगर मंडला के आसपास की सीटों की बात करें तो डिंडौरी जिले की दोनों, सिवनी की चार में से दो, जबलपुर की आठ में से एक और बालाघाट की छह में एक सीट इसी वर्ग के लिए आरक्षित है। यही नहीं, महाकोशल और विंध्य में एसटी के लिए कुल 22 सीटें हैं। यानी इन सीटों पर बढ़त राज्य में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।

अमित शाह के दौरे का अर्थ

अमित शाह के प्रस्तावित दौरे के गहरे अर्थ हैं। दरअसल, यह महाकोशल का वही बेल्ट है, जहां पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने करारी मात खाई थी। यहीं एसटी के लिए 13 सीटें आरक्षित हैं। इस बार भाजपा कोई कमी नहीं रखना चाहती। तभी तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाद सबसे बड़े स्टार प्रचारक अमित शाह को इस क्षेत्र पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरुआत करने के लिए लाया जा रहा है। यहां से निकला संदेश महाकोशल के साथ विंध्य में भी पार्टी के पक्ष में हवा बनाने का काम करेगा।

महाकोशल में भाजपा की स्थिति

जबलपुर – 4

कटनी – 3

डिंडौरी – 0

मंडला – 1

बालाघाट – 2

सिवनी – 2

नरसिंहपुर – 1

छिंदवाड़ा – 0

————–

कुल – 13 सीटें

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button