Health Tips: 50 प्रतिशत लोग हैं अनिद्रा से परेशान, बेहतर नींद चाहिए तो दिनचर्या सुधारें
Health Tips: आजकल यह देखने में आ रहा है कि हर उम्र के लोगों को नींद नहीं आने या सही तरह से नींद नहीं आने की समस्या है। इस समस्या का कोई एक कारण नहीं है। वर्तमान में करीब 50 प्रतिशत लोग अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे हैं। बच्चे पढ़ाई के तनाव और ब्लू स्क्रीन के ज्यादा इस्तेमाल के कारण इस समस्या की चपेट में आ रहे हैं।
मनोरोग विशेषज्ञ डा. अभय पालीवाल के अनुसार बात अगर युवाओं की करें तो वे नौकरी या व्यापार के तनाव से इसकी चपेट में आ रहे हैं। उम्रदराज लोग स्वाभाविक रूप से इस समस्या से ग्रसित हो जाते हैं। इसके अलावा एक बड़ी वजह यह भी है कि लोग स्लीप हाइजीन की बात नहीं समझ रहे। नशीले पदार्थों का सेवन भी अनिद्रा की वजह है। शाम के वक्त मसि्तष्क में मिलेटन रसायन बनता है, जो नींद का कारक है।
हर उम्र के लोग हो रहे अनिद्रा का शिकार
यह समस्या केवल बुजुर्गों को ही नहीं, बल्कि युवाओं और बच्चों को भी हो रही है। दिनचर्या और आहार-विहार को सुधार लिया जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है। यदि यह समस्या हो भी गई है तो कुछ बातों को ध्यान में रखकर उसे दूर किया जा सकता है। दिनचर्या बिगड़ने से इस रसायन के बनने में भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
नींद नहीं होने पर याददाश्त और एकाग्रता में आती है कमी
मस्तिष्क के सुचारू कार्य करने के लिए पर्याप्त नींद आवश्यक है। यदि लंबे समय तक नींद पूरी नहीं हो तो याददाश्त व एकाग्रता में कमी आती है। पहले से जो व्यक्ति अवसाद, तनाव, भय से ग्रसित हैं, अनिद्रा की वजह से उनकी यह समस्या और भी बढ़ सकती है। अच्छी नींद के लिए शाम छह बजे बाद भारी व्यायाम नहीं करना चाहिए। जिस कमरे में आप सोते हों वहां टीवी देखना, वीडियो गेम खेलना, शोर करना आदि कार्य न करें।
नींद न आए तो किताब पढ़ें या धीमी आवाज में म्यूजिक सुनें
रात आठ बजे बाद टीवी, मोबाइल न देखें और 10 बजे तक सो जाएं। अक्सर लोग नींद नहीं आने पर भी बिस्तर पर चले जाते हैं और लेटकर नींद का इंतजार करते हैं। यदि नींद नहीं आ रही तो किताब पढ़ें या हल्का संगीत सुनें और सोने के लिए तब ही जाएं जब नींद आने लगे। रात को आप भले ही किसी भी वक्त सोएं, लेकिन सुबह जल्दी और तय वक्त पर ही जागें। इस तरह रात को भी समय पर नींद आएगी। सोने का स्थान तय हो। रात को हल्का और सुपाच्य भोजन ही लें।