Independence Day 2023: खाली रही मल्लिकार्जुन खरगे की कुर्सी, कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई कांग्रेस, ये है कारण
Independence Day 2023: खाली रही मल्लिकार्जुन खरगे की कुर्सी, कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई कांग्रेस, ये है कारण
Independence Day 2023 । देश आज 77 वां स्वतंत्रता दिवस उत्साह के साथ मनाया जा रहा है लेकिन दिल्ली में लाल किले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी शामिल नहीं हुई। समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की कुर्सी खाली ही पड़ी रही। मल्लिकार्जुन खरगे समारोह में शामिल नहीं हुए। आज लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल नहीं होने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पहली बात मुझे आंखों से संबंधित को समस्या है।
दूसरी बात मुझे अपने आवास पर 9:20 को और कांग्रेस मुख्यालय में भी तिरंगा फहराना था। सुरक्षा इतनी कड़ी है कि वे प्रधानमंत्री के जाने से पहले किसी और को जाने नहीं दिया जाता। मुझे लगा कि मैं यहां समय पर नहीं पहुंच पाऊंगा। समय को देखते हुए मैंने सोचा कि सुरक्षा की स्थिति और कमी के कारण वहां न जाना ही बेहतर होगा। इससे पहले कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने बताया कि मल्लिकार्जुन खरगे को पहले से ही स्वतंत्रता दिवस के कई कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। खरगे ने कांग्रेस मुख्यालय में झंडा फहराया था।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना
पीएम नरेंद्र मोदी मोदी ने अपने संबोधन के दौरान भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण के जरिए विपक्ष पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश को इन तीन बीमारियों ने बर्बाद कर दिया है। किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? आजकल कई राजनीतिक पार्टियों का जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए।
पीएम मोदी ने करीब 90 मिनट दिया भाषण
करीब 90 मिनट के अपने संबोधन में पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा का जिक्र किया और कहा कि पूरा देश मणिपुर के साथ खड़ा है। वहीं, पीएम मोदी ने कामगारों के लिए विश्वकर्मा योजना का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने अपने भाषण के आखिर में कहा कि वे अगले साल एक बार फिर 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे और देश की उपलब्धियों का गुणगान करेंगे। गौरतलब है कि अगले साल देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। पीएम मोदी ने कहा कि साल 2019 में परफॉर्मेंस के हिसाब पर देश की जनता ने मुझे फिर आशीर्वाद दिया था। अगले पांच साल अभूतपूर्व विकास के हैं। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम पल आने वाले पांच साल हैं। भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य है।