रात में भूलकर भी न खाएं ये दालें, फायदे की जगह होगा बेहद नुकसान
सभी दाल में प्रोटीन के साथ फाइबर, विटामिन B, मैग्नीशियम, जिंक और पोटैशियम भी होता है। कम फैट होने के साथ दालें एंटी-ऑक्सीडेंट और पाचन क्रिया में मददगार फाइबर्स से युक्त होती हैं, लेकिन बावजूद इसके अगर रात में खाना कुछ दालों को सुपाच्य नहीं माना गया है।
क्या आपको ये पता है कि मौसम और समय के आधार पर दालों को अगर खाया जाए तो वह ज्यादा फायदेमंद होती हैं? नहीं तो चलिए आपको आज इस खबर में दाल खाने के नियम, समय और मौसम आदि के बारे में विस्तार से बताएं। साथ ही यह भी जानें कि किन दालों को रात में खाने से हमेशा बचना चाहिए। ये दालें दिन के वक्त खाना ज्यादा बेहतर होता है।
इन दाल को भूल कर भी रात में न खाएं
उड़द, छोले, साबुत मसूर, साबुत मूंग, अरहर और राजमा किसी भी मौसम में और रात के वक्त खाने से बचना जरूरी है। क्योंकि रात में ये दाल पेट के लिए सही नहीं होती। पाचन से जुड़ी कई समस्याएं इन दालों को खाने से होने लगती हैं। इसके चलते कई तरह की शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं।
पेट में भारीपन होना, गैस बनना, नींद पूरी ना होना, सुबह पेट ठीक से साफ ना होना, पेट दर्द हो जाना या अगले दिन बहुत अधिक आलस आना, जैसी तमाम समस्याएं इन दालों को रात में खाने से होती हैं। जबकि इन दालों को अगर दिन के वक्त खाया जाए तो कोई दिक्कत नहीं होगी।
उड़द, छोले, साबुत मसूर, साबुत मूंग, अरहर और राजमा किसी भी मौसम में और रात के वक्त खाने से बचना जरूरी है। क्योंकि रात में ये दाल पेट के लिए सही नहीं होती। पाचन से जुड़ी कई समस्याएं इन दालों को खाने से होने लगती हैं। इसके चलते कई तरह की शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं।
पेट में भारीपन होना, गैस बनना, नींद पूरी ना होना, सुबह पेट ठीक से साफ ना होना, पेट दर्द हो जाना या अगले दिन बहुत अधिक आलस आना, जैसी तमाम समस्याएं इन दालों को रात में खाने से होती हैं। जबकि इन दालों को अगर दिन के वक्त खाया जाए तो कोई दिक्कत नहीं होगी।
इन दाल को किसी भी मौसम में कभी भी खा सकते हैं
मूंग और मसूर की मिक्स दाल को आप किसी भी मौसम में 24 घंटे में कभी भी खा सकते हैं, क्योंकि मूंग दाल की तासीर ठंडी और मसूर दाल की तासीर गर्म होती है। जब इन दोनों को मिलाकर तैयार किया जाता है तो ये संतुलित हो जाती है और किसी भी समय खाई जा सकने वाली बन जाती हैं। मूंग-मसूर की मिक्स दाल से पेट को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती।
मूंग और मसूर की मिक्स दाल को आप किसी भी मौसम में 24 घंटे में कभी भी खा सकते हैं, क्योंकि मूंग दाल की तासीर ठंडी और मसूर दाल की तासीर गर्म होती है। जब इन दोनों को मिलाकर तैयार किया जाता है तो ये संतुलित हो जाती है और किसी भी समय खाई जा सकने वाली बन जाती हैं। मूंग-मसूर की मिक्स दाल से पेट को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती।
किस मौसम में कौन सी दाल बेस्ट
- मूंग की छिलके सहित दाल गर्मी और बरसात में रात को आराम से खाई जा सकती है। यह तासीर में शीतल होती है और शरीर को ठंडक देने का काम करती है।
- मसूर की दाल अगर अकेले बनाकर खानी हो तो आप इसे केवल सर्दियों में ही रात को बनाकर खाएं। क्योंकि मसूर की दाल बहुत अधिक गर्म होती है।
उम्र के अनुसार दाल का चयन
अगर आप 40 साल से कम उम्र के हैं तो उड़द, छोले, साबुत मसूर, साबुत मूंग और राजमा जैसे साबुत दालरात को खाते हैं तो आपको बहुत गहरी नींद आएगी। जबकि अगर आप 40 से उपर के हैं तो आपको ये दालें खाने के बाद सारी रात नींद ही नहीं आएगी। ऐसा पेट के पाचन प्रक्रिया के स्लो होने से होता है।