लोग जिंदा जल रहे थे, चाहकर भी कुछ न कर पाए; महाराष्ट्र बस हादसे की आंखों देखी
मुंबई . महाराष्ट्र में समृद्धि एक्सप्रेसवे पर बस हादसे में 26 यात्री जिंदा जल गए। बुल्धाना जिले में शनिवार को हुई इस घटना के दौरान सात यात्री जिंदा बच गए हैं। इनमें से एक यात्री ने इस हादसे की वीभत्सता को याद किया। साथ ही यह भी बताया कि उन्होंने किस तरह से अपनी जान बचाई। उसने बताया कि वह बस का पिछला शीशा तोड़कर जलती बस से बाहर निकला। वहीं, एक स्थानीय निवासी ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि वह बेबस होकर लोगों को जिंदा जलते देखता रह गया। गौरतलब है कि नागपुर से पुणे जा रही यह निजी यात्री बस करीब डेढ़ बजे डिवाइडर से टकराकर हादसे का शिकार हो गई। पुलिस के मुताबिक बस में कुल 33 यात्री सवार थे।
तेजी से फैलीं आग की लपटें
हादसे में बाल-बाल बचे यात्री ने बताया कि बस का एक टायर फट गया। इसके तुरंत बाद बस में आग लग गई और देखते ही देखते आग की लपटें चारों तरफ फैल गईं। उसने बताया कि मैं और मेरे पास बैठा यात्री पीछे का शीशा तोड़कर किसी तरह से बस से बाहर निकले। इस यात्री के मुताबिक हादसे के कुछ ही देर के बाद पुलिस की टीमें और फायर ब्रिगेड घटनास्थल पर पहुंच गईं। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि चार-पांच यात्री बस का एक शीशा तोड़कर बाहर आने में सफल रहे। पुलिस ने बताया कि बस हादसे में कुल पांच लोगों की जान बची है और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है। यह सभी लोग सुरक्षित हैं।
तो बच जाती और लोगों की जान
इस खौफनाक हादसे से बच निकलने वालों ने बताया कि उन्होंने हाइवे पर गुजर रहे वाहनों से मदद मांगी, लेकिन कोई नहीं रुका। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि इस रास्ते में पिंपलखूटा नाम की जगह पर कई हादसे हो चुके हैं। जब दुर्घटना हुई तो चीख-पुकार सुनकर हम लोग वहां पहुंचे। वहां के हालात बेहद खौफनाक थे। उसने बताया कि बस के अंदर लोग खिड़कियां तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। आग इतनी तेज थी कि हम कुछ नहीं कर सके और बेबस होकर बस लोगों को जिंदा जलता हुआ देखते रहे। हमारी आंखों से आंसू बह रहे थे। इस व्यक्ति ने आगे बताया कि अगर हाइवे से गुजर रहे वाहन रुक गए होते तो और कुछ और लोगों को बचाया जा सकता था।
पीएम और सीएम ने की सहायता राशि की घोषणा
महाराष्ट्र बस हादसे पर सहायता राशि की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया है और मृतकों के परिजनों के लिए दो लाख रुपए की सहायता राशि की घोषणा की है। इसके अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 5 लाख रुपए की सहायता राशि की घोषणा की है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि हादसे में घायल हुए लोगों का इलाज राज्य सरकार की तरफ से कराया जाएगा। वहीं, बुल्धाना के डीएम ने कहा कि मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच करवाई जाएगी। इसके बाद परिजनों को शव दिया जाएगा। उधर बस के ड्राइवर और कंडक्टर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।