किसान की मौत की होगी दंडाधिकारी जांच:सीएम ने की किसान के बेटे से बात, मुआवजे के मामले की एसीएस से जांच कराने के निर्देश
शनिवार को बड़ी संख्या में किसान श्रद्धांजलि देने के लिए बरोदा गांव में जुटे। किसानों ने पहले शव रखकर काफी देर प्रदर्शन किया। किसान नेता रू पन चंद्राकर ने बताया कि गुरुवार को पैदल मार्च निकाला था। इस संबंध में कलेक्टर-एसपी के साथ बैठक हुई थी। उन लोगों ने कहा कि किसानों को मंत्रालय तक नहीं जाने दिया जाएगा।
हमने कहा था कि प्रशासन जहां भी रोकेगी, हम वहीं बैठ जाएंगे। बस प्रशासन वहां छांव और पेयजल की व्यवस्था करा दे। अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सदस्य तेजराम विद्रोही और ललित कुमार साहू स्व. पटेल के अंतिम यात्रा में शामिल हुए। तेजराम ने कहा कि सरकार, शहीद किसान के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा और एक सदस्य को स्थाई सरकारी नौकरी दे।
दूसरी तरफ, जोगी कांग्रेस ने किसानों के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने सरकार से किसानों की आठ सूत्रीय मांगों को पूरा करने की मांग की।