छप्परफाड़ बरसेगी माता रानी की कृपा, जानिए नवरात्रि में 9 देवियों को कौन सा लगाएं भोग ?
चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व शुरू हो गया है। नवरात्रि में पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इन दिनों माता रानी अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करने के लिए धरती पर आती हैं। मान्यता है कि देवी जिसवाहन पर सवार होकर आती हैं, वह शुभ या अशुभ फलों का सूचक माना जाता है।
प्रकृति से लेकर मानव जीवन पर इसका बहुत प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माता रानी इस बार नाव से आएंगी, नाव पर आना शुभ होता है। नवरात्रि के नौ दिनों में व्रत और पूजा करने वालों के लिए कुछ नियम होते हैं। साथ ही इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों को अपना मनपसंद भोग लगाकर मां की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इन 9 दिनों में मां को 9 तरह के भोग लगाए जाते हैं। आज चैत्र नवरात्रि का पहला दिन है। नवरात्रि में 9 दिनों तक मां के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। 9 दिनों तक माता रानी को प्रसन्न करने के लिए हर दिन अलग-अलग भोग लगाए जाते हैं। क्या आप जानते हैं देवी के किस रूप का भोग लगाना चाहिए?
पहला दिन-
नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना के साथ मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इस दिन माता को गाय के घी से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए। इससे हर तरह के रोग दूर होते हैं।
दूसरा दिन-
दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। उन्हें शक्कर, पंचामृत का प्रसाद बहुत प्रिय है। पूजा में अपना प्रिय भोग लगाने से आयु वृद्धि का वरदान मिलता है।
तीसरा दिन-
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए इस दिन मां चंद्रघंटा को दूध से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए।
चौथा दिन-
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है। मालपुए का नैवेद्य उन्हें अर्पित करने से बुद्धि बढ़ती है और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।
पाँचवा दिवस-
नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। मां के इस स्वरूप को केले का प्रसाद चढ़ाने से व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य और रोगों से मुक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
छठा दिन-
परिवार में मधुरता बनाए रखने के लिए छठे दिन मां कात्यायनी को प्रसन्न करें। मां के इस स्वरूप को शहद और मीठा पान का भोग लगाना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक माहौल बनता है।
सातवां दिन-
मां कालरात्रि को संकटों से मुक्ति दिलाने वाली देवी माना जाता है। इनकी पूजा में गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाना चाहिए। इससे शत्रु पर विजय प्राप्त करने का आशीर्वाद मिलता है।
आठवां दिन-
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। धन और संतान सुख की प्राप्ति के लिए मां महागौरी को नारियल का भोग लगाना चाहिए। इससे भौतिक सुख मिलता है।
नौवां दिन-
महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मां के इस स्वरूप को चना, खीर, पूड़ी, हलवा का भोग लगाएं और फिर 9 कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन कराएं। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है।