नए साल में अनिश्चिता और तनाव को रखना है दूर तो अपनाएं ये आसान उपाय
नया साल यानी नई शुरुआत, ऐसे में लोग नए साल की शुरुआत नए अवसरों को तलाशते हुए कुछ नए संकल्पों के साथ करते हैं। ज्यादातर लोगों के लिए आने वाला नया साल नई योजना बनाने और आगे देखने का समय होता है।लेकिन बीते कुछ सालों की अनिश्चिता ने हर व्यक्ति को यही सिखाया की उसे अपने नजरिए में बदलाव करते हुए अपने विचारों को खुला रखने की कोशिश करनी चाहिए। हालांकि कई बार ऐसा करते हुए व्यक्ति जब अपने भविष्य की कल्पना की बीते कुछ सालों के साथ तुलना करने लगता है, जो उसके लिए ये कई बार चिंता या तनाव का कारण भी बन सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि व्यक्ति को यह नहीं पता होता कि आने वाले साल में कौन सी चुनौतियां या कौन से अवसर उसका इंतजार कर रहे हैं। ऐसे ही तनाव और अनिश्चितता से निपटने के लिए गेटवे ऑफ हीलिंग की संस्थापक और निदेशक व साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी तुगनैत ने कुछ सुझाव दिए हैं।
आगे बढ़कर सोचें
व्यक्ति को कभी भी बीते हुए कल के बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहिए. हालांकि जो आपने उपलब्धियां हासिल की हैं यदि उन पर विचार किया जाए तो ऐसे में उन पर विचार करने से आपका ना केवल आत्मविश्वास बढ़ सकता है बल्कि भविष्य में यह उपलब्धि आपको बढ़ने का सही रास्ता भी दिखा सकती हैं. ऐसे में आप पिछले वर्षों की सफलता और असफलता और चुनौतियों पर विचार करें. साथ ही इस बात का पता लगाएं कि आने वाले सालों में आप अपने जीवन में क्या बदलाव देखना चाहते हैं. ऐसा करने से आप सफलता की राह बना सकते हैं.
छोटे बदलाव है जरूरी-
यदि आपके जीवन में कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें आप इस नए साल में सुधारना चाहते हैं तो इसकी योजना अभी से बना लें। इस काम के लिए आप योजना बनाते हुए परिवार के सदस्य, दोस्त या किसी बड़े की मदद ले सकते हैं। सलाह और समर्थन दोनों ही आपके बेहद काम आ सकते हैं। यदि आपके पास एक स्पष्ट लक्ष्य होगा तो सफलता हासिल करने में मदद मिल सकती है।
आत्मबल का विकास-
जरूरी नहीं है कि आपका समय हर समय एक जैसा हो। व्यक्ति को हर परिस्थिति में खुद को स्थिर और धैर्यवान बनाना चाहिए। उदास या तनावग्रस्त होने से परिस्थिति से लड़ा नहीं जा सकता। ऐसे में सबसे पहले खुद को मजबूत बनाएं और अपने आत्मबल को बढ़ाने की कोशिश करें। इसके लिए आप किसी एक्सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं।
मजेदार गतिविधियों को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा-
अक्सर लोग मौसम का तापमान गिरने के कारण खुद को एक कमरे में बंद कर लेते हैं, जिससे उनके आसपास उदासी और तनाव जैसा माहौल पैदा हो जाता है। ऐसे में इससे निकलने के लिए मजेदार गतिविधियां अपना सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आप व्यायाम कर सकते हैं या कोई नया शौक जो आपको बेहद पसंद है जैसे- बुनाई, पेंटिंग, स्केचिंग का सहारा ले सकते हैं। इससे अलग परिवार वाले और दोस्तों के साथ समय बिताना भी एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। इससे ना केवल आप अपने अंदर सकरात्मक बदलाव महसूस कर पाएंगे बल्कि आप खुद को एक्टिव भी रख सकेंगे।
अगर आपको नहीं पता कि भविष्य में कौन सी चुनौतियां और परिस्थितियां आने वाली हैं तो ऐसे में बेवजह चिंता करने की जरूरत नहीं है। अपनी भावनाओं को संभालकर रखें और सक्रिय रहने की कोशिश करें। स्वस्थ रहकर और रचनात्मक तरीके से आप हर परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। भविष्य में आने वाली चुनौतियां आपके आत्मविश्वास उत्साह को और बढ़ा सकती हैं। इससे अलग आप इस परिस्थिति से निकलने के लिए थेरेपिस्ट की मदद भी ले सकते हैं।