कुछ लोगों को लगती है जरूरत से ज्यादा ठंड, क्या आप भी हैं उनमें से एक
आमतौर पर हर व्यक्ति पर मौसम का अलग-अलग असर होता है, लेकिन जब आपको मौसम के थोड़े से बदलाव पर ही ज्यादा ठंड लगने लगती है, तो यह लक्षण किसी बीमारी या शरीर में किसी विटामिन की कमी का संकेत भी हो सकता है, जिसको नजरअंदाज करना आगे मुश्किल में डाल सकता है.
ठंड लगना आमतौर पर एक सामान्य स्थिति होती है. लेकिन कुछ लोग थोड़ी-सी सर्दी बढ़ने के साथ ही पैनिक हो जाते हैं. कई कपड़े पहनने के बाद भी इन लोगों को ठंड लगती रहती है. ज्यादा ठंड लगने का सबसे बड़ा कारण शारीरिक कमजोरी होता है, इसके अलावा हाइपोथायरायडिज्म, एनीमिया और फाइब्रोमायल्जिया जैसे कुछ रोग भी अधिक ठंड सहन न कर पाने जैसे लक्षण विकसित कर सकते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि ज्यादा ठंड लगने के पीछे क्या-क्या वजह हो सकती हैं.
दूध, अंडे, पनीर और नॉन वेज न खाने वाले लोगों को विटामिन B12 की कमी हो जाती है. विटामिन B12 की कमी होने से सर्दी बहुत ज्यादा लगती है. इसके अलावा इस विटामिन की कमी से थकान, दस्त, भूख ना लगना, कब्ज या सांस लेने में परेशानियां भी शुरू हो जाती हैं.
अंडर वेट होना
जिन लोगों का वजन उनकी हाइट और उम्र के हिसाब से नहीं होता है, उन लोगों को भी ठंड का अहसास ज्यादा होता है. ज्यादा पतले लोगों में या जो लोग वेट लॉस मिशन पर ऐक्टिव होते हैं उनकी बॉडी में स्टोर्ड फैट अमाउंट कम होता है, जिसे बॉडी एनर्जी और हीट जनरेट करने के लिए इस्तेमाल करती है. यह फैट ना मिलने पर बॉडी अपनी जरूरत के हिसाब से हीट नहीं जनरेट कर पाती और आपको अधिक ठंड महसूस होती है.
नसों का कमजोर होना
नसों की कमजोरी होने से भी सर्दी ज्यादा लगती है. साथ ही सर्दी लगने पर हाथ-पैरों का लाल होना या सूजन की समस्या भी हो जाती है. इसके अलावा कमजोर याद्दाश्त, थकान, चक्कर आना या आंखों में जलन भी शुरू हो जाती है. ऐसे में आप विटामिन, मैग्नीशियम, ओमेगा 3 फैटी एसिड फूड्स अधिक खाएं.
स्लो मेटाबॉलिज्म
बढ़ती उम्र, अनहेल्दी डाइट या किसी दूसरे कारण से मेटाबॉलिज्म धीमा होने से शरीर हीट पैदा करने की क्षमता खो देता है, जिसकी वजह से हद से ज्यादा सर्दी लगती है. इसके लिए सबसे जरूरी है कि अपने लाइफस्टाइल पर काम किया जाए. हेल्दी फूड्स के अलावा एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी है.
नींद पूरी ना हो पाना
अगर आप पूरी 7-8 घंटे की नींद नहीं लेते है तो इस स्थिति में ज्यादा ठंड लगने का एहसास होता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अगर शरीर को पूरा रेस्ट नहीं मिल पाता है तो वह अपना टेंप्रेचर मेंटेन नहीं रख पाता है. नींद पूरी ना होने की स्थिति में मेटाबॉलिजम स्लो काम करने लगता है, इससे शरीर में ऊर्जा का उत्पादन कम होता है और अधिक ठंड लगती है.
एनीमिया
शरीर में आयरन या खून की कमी की वजह से लाल रक्त सेल्स कम हो जाते हैं. इसके कारण कोल्ड इंटॉलरेंस की समस्या झेलनी पड़ती है. यह समस्या सबसे ज्यादा महिलाओं में देखने को मिलती हैं क्योंकि पीरियड, प्रेगनेंसी की वजह से महिलाओं का काफी ब्लड लॉस हो जाता है, जिसकी वजह से एनीमिया की बीमारी होने की सम्भावना बढ़ जाती है.