पराली का धुआं बढ़ने से दिल्ली-एनसीआर में हवा बेहद खराब, आंखों में चुभ रही जहरीली हवा
देश की राजधानी में दिवाली बाद जहरीली हवा बह रही है। दिल्ली वालों लोग दमघोंटू हवा में सांस लेने के लिए मजबूर है। दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के बाद एक बार फिर से प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका। AQI के “गंभीर” श्रेणी को छूने के बाद दिल्ली में और भी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है। अब आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी तरह के निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। रविवार को दिल्ली का ऑल ओवर AQI ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। आज सुबह एक्यूआई 350 दर्ज किया गया। वहीं दिल्ली सहित एनसीआर के कई इलाकों में स्थिति गंभीर है।
दिल्ली में आज सुबह धुंध की परत छाई रही और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के बीच शहर की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी के करीब पहुंच गई। राजधानी में इस सीजन में पहली बार वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर पहुंच गया। शनिवार को आनंद विहार 454 एक्यूआई के साथ राजधानी का सबसे प्रदूषित स्थान रहा. इसके बाद वजीरपुर (439), नरेला (423), अशोक विहार (428), विवेक विहार (427) और जहांगीरपुरी (438) में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई।
दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने शनिवार को दिल्ली / एनसीआर में अधिकारियों को सभी निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया। इसके अलावा ईटों के भट्टों, माइनिंग व उससे जुड़ी गतिविधियों समेत कई पाबांदियां लागू की गई हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा, रेलवे और मेट्रो रेल से संबंधित आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
राजधानी में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। अक्टूबर के अंतिम दिनों में प्रदूषण की समस्या बढ़ने लगी है। बीते तीन दिनों से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब चल रहा है। सफर की एडवाइजरी के अनुसार, इस स्तर के प्रदूषण में स्वस्थ लोगों को भी अधिक समय तक बाहर नहीं रहना चाहिए। प्रदूषण की वजह से उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। कई लोगों को आंखों में जलन की समस्या हो रही है।