भ्रष्टाचार के दलदल में पहले से डूबे हैं IAS विश्नोई! कोयले के दो व्यापारियों पर भी ED की नजर
बीते 3 दिनों से तीन आईएएस, पूर्व विधायक, शराब और कोयला कारोबारियों के 15 से ज्यादा ठिकानों पर ईडी की ओर से लगातार छापेमारियां की जा रही हैं, जिसमें अब तक 4 करोड़ रुपए कैश और जेवरात बरामद किए गए हैं.
ईडी के छापे में मिले कैश
छत्तीसगढ़ में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आईएएस समीर विश्नोई सहित 3 लोगों की गिरफ्तारी के बाद प्रशासनिक कार्यालयों में हड़कंप मच गया है. वहीं ED की जाँच के दायरे में कोयले के व्यापार से जुड़े सूर्यकांत तिवारी का नाम भी शामिल है, जो अब भी फरार है. लेकिन, सूर्यकांत के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी को ED ने हिरासत में ले लिया है. साथ ही इंद्रमणि ग्रुप के सुनील अग्रवाल भी कोयले के व्यापार से जुड़े एक बड़े व्यापारी हैं, जिनसे ईडी पूछताछ कर रही है. बीते 3 दिनों से तीन आईएएस, पूर्व विधायक, शराब और कोयला कारोबारियों के 15 से ज्यादा ठिकानों पर ईडी की ओर से लगातार छापेमारियां की जा रही हैं, जिसमें अब तक 4 करोड़ रुपए कैश और जेवरात ED ने बरामद किए हैं. इस दौरान ED को निवेश,खनन और प्रॉपर्टी से जुड़े कई दस्तावेज भी मिले हैं.
आईएएस समीर विश्नोई का विवादों से पुराना नाता रहा है. 2009 बैच के आईएएस समीर बिश्नोई कोंडागांव में कलेक्टर, बीज निगम में एमडी और वर्तमान में चिप्स में सीईओ के पद पर रह चुके हैं. सभी जगहों पर विश्नोई के ऊपर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. शायद यह भी एक बड़ी वजह है कि ईडी के टॉप मोस्ट लिस्ट में समीर विश्नोई का नाम सबसे ऊपर है.
रायगढ़ के कलेक्टर बंगले की जांच की जाएगी
आईएएस जेपी मौर्य और कलेक्टर रानू साहू के गायब होने को लेकर भी चर्चा बनी हुई थी, जिसके बाद रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू ने एक पत्र लिखकर ईडी को भरोसा जताया है कि वह ईडी की पूछताछ में पूरी तरीके से सहयोग करेंगी. बताया जा रहा है कि रानू साहू की मौजूदगी में आज रायगढ़ के कलेक्टर बंगले की जांच की जाएगी. वहीं, आईएएस समीर बिश्नोई, सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को रिमांड पर लेने की तैयारी कर ली गई है .