आखिर क्यों ? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवरात्रि में व्यंजनों में लहसुन और प्याज का इस्तेमाल करना वर्जित माना गया
नई दिल्ली, सितंबर दिन सोमवार से नवरात्रि प्रारंभ होगा. और इसका समापन 05 अक्टूबर को होगा. नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-उपासना की जाती है. इसमें मां दुर्गा की पूजा से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और जीवन के सारे दुख, दर्द दूर हो जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवरात्रि में व्यंजनों में लहसुन और प्याज का इस्तेमाल करना वर्जित माना गया है. तो आइए जानते है कि नवरात्रि में लहसुन और प्याज का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए.
दरअसल लहसुन-प्याज तामसिक प्रकृति में आते हैं. ये अशुद्ध श्रेणी में आते हैं. इसका सेवन करने से अज्ञानता बढ़ती है. इससे वासना में वृद्धि होती है. इसलिए व्रत क दौरान इनका सेवन करना वर्जित माना गया है.
नवरात्रि में पवित्रता को बनाए रखने के लिए लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए. इनका सेवन करने से व्यक्ति का मन चंचल रहता है. इससे व्यक्ति भोग-विलास की तरफ आकर्षित होता है. इसलिए लहसुन-प्याज का सेवन कभी व्रत में नहीं करना चाहिए.
पूजा करते समय व्यक्ति का मन पवित्र होना चाहिए. इसलिए सात्विक भोजन का सेवन किया जाता है. इससे आप पवित्र और खुश मन से भगवान की आराधना करते हैं. लेकिन प्याज और लहसुन खाने से आपका मन अशुद्ध हो जाता है.
इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी हैं. शारदीय नवरात्रि में ठंड के मौसम की शुरुआत हो जाती है. ऐसे में इम्युनिटी कमजोर होने लगती है. इस दौरान सात्विक खाना खाने से इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद मिलती है. शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद मिलती है.