शहर के कई इलाकों में फोड़ी जाएगी दही हांडी
मुंबई. मुंबई में दो साल बाद कृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। दरअसल कोरोना महामारी के कारण पिछले दो सालों में कोई कार्यक्रम का आयोजन यहां नहीं किया गया था। लेकिन इस बार इसे धूमधाम से मनाने की इजाजत सरकार ने दी हुई है। यही कारण है कि शहर में गोविंदा आला रे आला की आवाज सुनाई पड़ेगी।ज्ञात हो कि मुंबई सहित आस-पास के इलाकों में कई जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। जिसके चलते आज युवाओं की टोली दही हांडी फोड़ते हुए दिखेगी। दही हांडी के इस त्योहार में सियासी दल भी बढ़ चढ़कर उतरे हैं। मुंबई में कई सालों से यह त्योहार खास अंदाजा में मनाया जाता रहा है।
मुंबई में गोविंदाओं की टोलियां एक के ऊपर एक चढ़कर मीनारें बनाते हैं। फिर वे 30-40 फीट उंची टंगी दही और हल्दी से भरी मटकियों को फोड़ते हैं। जिसके बाद उन्हें मोटी रकम दी जाती है। दही हांडी कराने वाली समितियां अपने यहां फिल्मी हस्तियों को भी बुलाती हैं। जिसके चलते दही हांडी की चमक बढ़ जाती है।