जन्माष्टमी पर प्रेग्नेंट महिलाएं व्रत रखते समय जरूर बरतें ये सावधानियां
नई दिल्ली. इस साल देशभर में जन्माष्टमी का उत्सव 18 और 19 अगस्त दोनों दिन मनाया जाएगा। ऐसे में कान्हा के भक्त उन्हें प्रसन्न् करने के लिए पूजा और उपवास भी रखेंगे। श्री कृष्ण के ऐसे ही भक्तों में कुछ गर्भवती महिलाएं भी शामिल होंगी। लेकिन क्या आप जानते हैं गर्भवती महिलाओं को कोई बी व्रत रखने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए।
हर गर्भवती महिला को अपनी स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही कोई भी व्रत रखना चाहिए। ध्यान रखें, गर्भावस्था में आपको सिर्फ अपना ही नहीं बल्कि अपने शिशु का भी ध्यान रखना होता है। अध्ययनों की मानें तो गर्भावस्था के किसी भी चरण में व्रत रखना शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है। लेकिन आपको अगर गर्भावस्था से जुड़ी कोई परेशानी नहीं हो रही है तो आप अपने डॉक्टर की सलाह पर जन्माष्टमी का व्रत रख सकती हैं। आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी में व्रत रखते समय महिला को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
डॉक्टर की सलाह लें-
प्रेग्नेंसी में कोई भी व्रत रखने से पहले अपने विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। उसके बाद ही कोई भी व्रत रखें। ध्यान रखें, हर महिला में प्रेग्नेंसी को लेकर अलग तरह के जोखिम होते हैं, कई महिलाओं को डायबिटीज या मिसकैरेज का खतरा हो सकता है। ऐसे में आपका डॉक्टर ही आपको बता सकता है कि आपकी सेहत आपको व्रत रखने की अनुमति देती है या नहीं।
भूखी न रहें-
व्रत रखते समय इस बात का ध्यान भी रखें कि आपका बच्चा केवल आपके आहार पर निर्भर है इसलिए व्रत में पूरी तरह से खाना न छोड़ें। हर दो घंटे के अंतराल में थोड़ा-थोड़ा करके खाती पीती रहें। व्रत के दौरान अधिक से अधिक लिक्विड चीजें जैसे नारियल पानी, छाछ, जूस आदि लें ताकि शरीर को पोषक तत्व मिलते रहें।
व्रत खोलते हुए रखें ध्यान-
गर्भवती महिलाओं को धीरे-धीरे खाना खाते हुए व्रत खोलना चाहिए। ताकि पेट में पल रहे बच्चे पर ज्यादा प्रभाव ना पड़े और आपको भी कोई परेशानी ना हो।
बॉडी को रखें हाइड्रेट-
गर्भवती महिलाएं व्रत रखते समय भरपूर मात्रा में पानी पीने की कोशिश करें। ऐसा करने से उनके शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होगी। तली भुनी चीजों की जगह पौष्टिक चीजें ज्यादा से ज्यादा खाएं और कॉफी या चाय का सेवन बहुत कम करें।
फल जरूर खाएं-
शरीर में एनर्जी लेवल बनाए रखने के लिए दिनभर में दो से तीन तरह के फल जरूर खाएं। व्रत वाले दिन व्यायाम या कोई भी भारी काम करने से बचें।
बच्चे के मूवमेंट का रखें ध्यान –
व्रत के दौरान बच्चे के मूवमेंट का ध्यान रखें। किसी भी तरह की समस्या होने पर विशेषज्ञ को दिखाएं।