बिहार के सारण जिले में 12 दिनों में 24 लोगों की गयी जान, नहीं थम रहा मौत का तांडव
सारण जिले में संदिग्ध मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अधिकतर मामलों में जहरीले शराब पीने से मौत की बात सामने आ रही है. वहीं परिजन भी दबी जुबान ही सही शराब पीने से मौत की बात स्वीकार रहे है. अगस्त में ही अबतक 24 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इनमें से सभी जहरीली शराब का शिकार हुए है, हालांकि अधिकतर मामलों में अभी पुलिस जांच में जुटी है. वहीं कुछ में जहरीली शराब पीने से हुई मौत की बात निकलकर सामने आयी है.
विदित हो कि एक अगस्त से 12 अगस्त के बीच जिन 24 लोगो ने संदिग्ध रूप से अपनी जान गंवार्थी है, उसमें पानापुर, मकेर व मढ़ौरा के लोग शामिल हैं. एक अगस्त की रात पानापुर प्रखंड के रामदासपुर गांव में संदिग्ध रूप से 8 लोग बीमार पड़े. इनमें दो लोगों की मौत अगले ही दिन दो अगस्त को हो गयी थी. एक मृतक का आनन-फानन में अंतिम संस्कार कर दिया गया था जबकि दूसरे का पोस्टमार्टम काफी मशक्कत के बाद किया गया था. शराब बेचने वाले एक युवक की गिरफ्तारी हुई थी.
दो अगस्त को हुई मौत के बाद मामला अभी ठंढा भी नहीं हुआ था कि तबतक चार अगस्त को मकेर प्रखंड के भाथा गांव में एक के बाद एक 11 मौतों ने पुलिस प्रशासन के कान खड़े कर दिये थे. वहीं भाथा गांव में पूजा के दौरान शराब पीने से बगल के सोनहों में भी दो मौतें हो गयी थी. जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से बीमार हुए थे.
वहीं 11 अगस्त की शाम एक बार फिर मढ़ौरा के भुआलपुर में जहरीली शराब पीने से संदिग्ध रूप से एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गये. जिसमें से एक की मौत गुरुवार की शाम ही हो गयी. जबकि शुक्रवार को छह लोगों की मौत ने एक बार फिर कई प्रश्न खड़े किये है.
मढ़ौरा के भुआलपुर में संदिग्ध मौत के कारणों की जांच अभी जारी है. ग्रामीणों का कहना है कि गुरुवार की शाम सभी ने शराब का सेवन किया था. एक युवक की मौत उसी शाम हो गयी थी. कुल सात लोगों की मौत के बाद अब आठवीं मौत की भी बात सामने आ रही है.