छपरा शराबकांड मामले में SHO और चौकीदार निलंबित, 90 से अधिक लोग लिए गये हिरासत में
बिहार स्थित सारण जिले के मकेर थाना क्षेत्र के भाथा और सोनहों में संदिग्ध स्थिति में छह और लोगों की मौत हो गयी, जिससे मरनेवालों की संख्या बढ़ कर 13 हो गयी है. वहीं, डेढ़ दर्जन बीमार लोगों में से चार-पांच की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. इस मामले में एसपी ने मकेर के थानाध्यक्ष नीरज मिश्रा और फुलवरिया के चौकीदार मुन्ना मांझी को जहरीला पेय पदार्थ की बिक्री रोकने के प्रति उदासीनता और लापरवाही मानते हुए निलंबित कर दिया है. पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं 94 लोग हिरासत में लिए गए हैं. डीएम राजेश मीणा व एसपी संतोष कुमार ने भाथा गांव में 11 लोगों की मौत की पुष्टि की है.
वहीं, दो अन्य मृतक मकेर थाना क्षेत्र के सोनहों गांव के हैं. हालांकि, प्रशासन उनकी मौत की सूचना नहीं होने की बात कह रहा है. सोनहों के मृतकों में जगरनाथ साह के पुत्र नंदकिशोर प्रसाद और सत्यनारायण साह के पुत्र जितेंद्र साह शामिल हैं. जितेंद्र का पैतृक गांव परसा है, जो सोनहों बाजार में किराये का मकान लेकर सब्जी बेचता था. वहीं, भाथा गांव के मृतकों में विश्वनाथ महतो, चंदेश्वर महतो, कामेश्वर महतो और लखन महतो शामिल हैं. सभी की उम्र 30 से 50 वर्ष के बीच बतायी जा रही है. इस घटना के बाद पटना से मद्य निषेध के आइजी अमृत राज, मद्य निषेध के संयुक्त आयुक्त कृष्णा पासवान, एसपी विनय तिवारी ने पहुंच कर डीएम व एसपी से पूरी स्थिति का जायजा लिया. एसपी ने मकेर के थानाध्यक्ष और फुलवरिया के चौकीदार को निलंबित कर दिया है.
वहीं, वरीय पदाधिकारियों ने डीएम व एसपी को कई आवश्यक निर्देश दिये. इस घटना के बाद भाथा गांव के मृत राजनाथ महतो के पुत्र अमरजीत कुमार ने मकेर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. उसने भेल्दी थाने के किचपुर गांव के पांच शराब धंधेबाजों को अपने पिता व अन्य लोगों की मौत का जिम्मेदार बताया है. उधर, एक के बाद लोगों की मौत की खबर पटना से पहुंचने के बाद भाथा गांव में लगातार दूसरे दिन भी कोहराम मचा रहा.