तुलसी में कच्चा दूध चढ़ाने से दूर होता है दुर्भाग्य, घर में आती है सुख, संपन्नता
हिंदू धर्म में तुलसी को देवी लक्ष्मी यानी धन की देवी का दर्जा दिया गया है. वास्तु के अनुसार यदि आपके जीवन में कोई आर्थिक समस्या चल रही है तो तुलसी के पौधे को देवी लक्ष्मी के रूप में पूजने और तुलसी से संबंधित उपाय करने से आपको लाभ हो सकता है. लेकिन इससे पहले आपको यह जानना होगा कि वास्तु और ज्योतिष में बताए गए तुलसी के बारे में मुख्य नियम क्या हैं. आगे पढ़ें तुलसी से जुड़े महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स जिन्हें अपनाने से आपके जीवन, घर में सुख-संपन्नता आ सकती है.
कच्चा दूध चढ़ाने से दुर्भाग्य दूर होता है
- आप नियमित रूप से तुलसी की पूजा कर सकते हैं लेकिन शाम के समय तुलसी को नहीं छूना चाहिए.इसके अलावा आपको एकादशी, रविवार, चंद्र और सूर्य ग्रहण के दिनों में भी तुलसी को नहीं छूना चाहिए.रविवार के दिन भी तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए.
- तुलसी को जल चढ़ाने के अलावा कच्चा दूध भी चढ़ाया जा सकता है. ऐसा माना जाता है कि कच्चा दूध चढ़ाने से दुर्भाग्य दूर होता है.
- तुलसी के पौधे को कभी भी किचन या बाथरूम के पास नहीं रखना चाहिए.आप पूजा कक्ष की खिड़की के पास तुलसी का पौधा रख सकते हैं.
- यदि आप प्रतिदिन तुलसी की परिक्रमा करना चाहते हैं तो जल चढ़ाते समय तुलसी के पौधे की तीन बार परिक्रमा करें. आपको पहले सूर्य को जल और फिर तुलसी को जल चढ़ाना है.
- तुलसी को जल चढ़ाते समय आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए ‘महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी अधिक व्याधि हर नित्यं, तुलसी त्वम नमोस्तुते’.
तुलसी के पौधे को कभी भी अशुद्ध हाथों से नहीं छूना चाहिए
- आप तुलसी के पत्तों को भगवान कृष्ण के पास 15 दिनों तक रख सकते हैं और जब पत्ते सूख जाएं तो उन्हें प्रसाद के रूप में ग्रहण कर सकते हैं.
- आमतौर पर लोग तुलसी को लाल चुनरी चढ़ाते हैं, लेकिन यह मंगल का रंग है और तुलसी बुध का कारक है. बुध और मंगल मित्र नहीं हैं. बुध के अनुकूल ग्रह शुक्र और शनि हैं. इसलिए तुलसी जी को सफेद, चमकीली, नीली चुनरी चढ़ानी चाहिए.
- आपके घर में हमेशा 1, 3, 5 या 7 तुलसी के पौधे होने चाहिए. तुलसी के पौधे को कभी भी इन नंबर 2, 4, 6 में नहीं रखना चाहिए.
- तुलसी के पौधे को कभी भी अशुद्ध हाथों या गंदे हाथों से नहीं छूना चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्मी आपसे काफी नाराज हो सकती हैं.