प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 5 साल की बजाय 3 वर्ष में ही दोगुना करने का प्रयास होगा- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एमएसएमई के साथ-साथ स्व-सहायता समूह की बहनों को प्रोत्साहन देने का कार्य किया जा रहा है। आईटी, एआई, इंजीनियरिंग सहित उच्च तकनीक के अलग-अलग पाठ्यक्रमों के छात्रों को प्रोत्साहन देकर प्रदेश में उनकी क्षमता का उपयोग किया जा रहा है। हम लगातार प्रदेश के विकास, उद्योग और रोजगार बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं।
HIGHLIGHTS
- रीजनल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन संभाग के बाद जिला स्तर पर भी शुरू करेंगे।
- हर व्यक्ति को क्षमता के अनुसार रोजगार दिलाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध।
- सीएम बोले-सागर में डाटा सेंटर स्थापित करने के लिए एक बड़ा प्रस्ताव मिला है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बताए गए विभिन्न बिन्दुओं पर ध्यान केंद्रित कर उन्हें पूरा करने का प्रयास कर रही है। खासकर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मध्यप्रदेश में तलाशने पर जोर दिया जा रहा है।
गरीबों, महिलाओं, किसानों और युवाओं के हित में सभी प्रकार के उद्योग स्थापित करने और रोजगार दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों को उनकी क्षमता के अनुसार रोजगार दिलाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
व्यापार और व्यवसाय के लिए प्रदेश में अनुकूल अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आने वाले 5 साल के अंदर हमारी अर्थव्यवस्था दोगुनी करने का लक्ष्य है। जिसे हम 3 साल में ही पूरा करने का प्रयास करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए टैक्स और जीएसटी का संग्रहण बढ़ाने का कार्य चल रहा है। विकास के आयाम चालू रखने के लिए सभी संभागों और सभी क्षेत्रों में लगातार रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित की जा रही हैं।
इन कॉन्क्लेव का प्रदेश में बड़े पैमाने पर असर दिख रहा है। अभी तक 2 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव आए हैं। यह कार्य लगातार जारी रहेगा। आज मैं सागर जा रहा हूँ, केवल बड़े उद्योग ही नहीं, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सागर में डाटा सेंटर स्थापित करने के लिए एक बड़ा प्रस्ताव मिला है। प्रदेश में उद्योग व्यवसाय से जुडे़ घराने लगातार सहयोग कर रहे हैं।
सागर के बाद क्रमश: रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल में रीजनल इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद जिला स्तर पर भी इन कॉन्क्लेव का आय़ोजन करने और अच्छे परिणाम लाने के लिए जिला कलेक्टर को पाबंद किया गया है।