आदमखोर बाघ की दहशत… 7 दिन बाद भी ट्रेस नहीं, कुत्तों का झुंड बन रहा बाधा
सिवनी जिले के खवासा वन परिक्षेत्र में आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए आठ सीसीटीवी कैमरे और एक पिंजरा लगाया गया है, लेकिन कुत्तों का झुंड बाघ को ट्रेस करने में बाधा बन रहा है। बाघ ने पहले एक व्यक्ति को मार डाला और दूसरे को घायल कर दिया, जिससे ग्रामीणों को सचेत रहने की सलाह दी गई है।
HighLights
- सिवनी के खवासा वन में आदमखोर बाघ का खतरा।
- बाघ के हमले में एक व्यक्ति मारा गया, एक घायल।
- स्थानीय लोगों को जंगल में न जाने की सलाह दी गई।
सिवनी। जिले के खवासा वन परिक्षेत्र के खंडासा गांव में एक ग्रामीण पर हमला करने वाले बाघ को पहचान कर उसे पकड़ने के लिए 8 सीसीटीवी कैमरे लगाया गए हैं। बावजूद इसके एक सप्ताह बाद भी बाघ को ट्रेस नहीं किया जा सका है, क्योंकि बाघ को ट्रेस करने में कुत्तों का झुंड बाधक बन रहा है। बता दें कि यह बाघा आदमखोर हो चुका है।
कैमरे में ट्रैप हो रहे कुत्ते
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि बाघ को पकड़ने के लिए उस स्थान पर एक पिंजरा लगाकर उसमें चारा रखा गया है, जहां बाघ ने हमला किया था। इस पिंजरे के आस-पास कुत्ते मंडरा रहे हैं। कुत्तों का झुंड कैमरे में ट्रैप हो रहा है। वन विभाग के अधिकारी के अनुसार, जिस स्थान पर कुत्ते झुंड में रहते है, वहां बाघ नहीं आता है।
एक का शिकार कर चुका है बाघ
खवासा परिक्षेत्र के खंडासा से लगे जंगल में करीब पखवाड़ा भर पहले बाघ ने हमला कर गोवर्धन पटले नामक व्यक्ति को अपना शिकार बना लिया है। इसके 6 दिन बाद छोटेलाल नामक व्यक्ति पर भी बाघ ने हमला किया। इस हमले में छोटेलाल गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना के बाद वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा लगातार सर्चिंग की जा रही है। लोगों को जंगल में जाने से मना किया जा रहा है।
बाघ को पकड़ने के लिए पिछले सप्ताह से पिंजरा लगाया गया है। एक लाइव कैमरे के साथ आठ सीसीटीवी कैमरे लगाकर बाघ को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। जिन स्थान पर पिंजरा लगाया गया है, उसके आसपास बीते कुछ दिनों से कुत्तों का झुंड नजर आ रहा है। इस कारण वहां बाघ नहीं आ रहा है। बाघ के पकड़े जाने तक गांव के लोगों को सचेत रहने के लिए समझाइश दी जा रही है। – घनश्याम चतुर्वेदी, वन परिक्षेत्र अधिकारी, खवासा