Jabalpur News: ज्यादा बिजली खपत है तो सोलर प्लांट लगाकर उठाएं ग्रुप नेट मीटरिंग का फायदा"/>

Jabalpur News: ज्यादा बिजली खपत है तो सोलर प्लांट लगाकर उठाएं ग्रुप नेट मीटरिंग का फायदा

उपभोक्ता सोलर पैनल लगाकर उत्पादित सोलर एनर्जी को घरेलू, व्यापारिक, औद्योगिक यूनिटों में समायोजित कर सकेगा। यह समायोजन केवल पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के 21 जिलों में ही किया जा सकेगा। अभी उपभोक्ता के द्वारा अपनी छत पर सोलर पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन किया जाता है और खपत के उपरांत बची हुई यूनिट को निर्यात करने का प्रावधान है।

HIGHLIGHTS

  1. पूर्व क्षेत्र कंपनी ने ग्रुप नेट मीटरिंग की सुविधा दी
  2. सोलर पैनल से बिजली को बढ़ावा देने का प्रयास
  3. 21 जिलों के अंदर कहीं भी लगा सकते हैं प्लांट

 जबलपुर। सोलर एनर्जी के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार एवं बिजली कंपनी ने नया विकल्प दिया है। अब पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने अपने बड़े उपभोक्ता जिनके यहां बिजली की खपत अधिक है और कई कनेक्शन अलग-अलग क्षेत्रों में है उन्हें ग्रुप नेट मीटरिंग की सुविधा दी है।

कंपनी के क्षेत्राधिकार में हो सोलर प्लांट

ग्रुप नेट मीटरिंग में एक स्थान पर सोलर प्लांट लगाकर उससे उत्पादित बिजली का समायोजन अन्य कनेक्शन में भी किया जा सकता है। इस सुविधा के लिए अहम शर्त ये है कि सोलर प्लांट और बिजली का कनेक्शन वितरण कंपनी के क्षेत्राधिकार में होना चाहिए।

सोलर बिजली का समायोजन

कंपनी क्षेत्र के 21 जिलों के अंदर कहीं भी बड़ा सोलर प्लांट लगाकर उसका लाभ कंपनी क्षेत्र में कहीं भी उठा सकते हैं। इसे ग्रुप नेट मीटरिंग नाम दिया गया है। अभी तक उपभोक्ता जहां सोलर पैनल लगाते थे वहीं सोलर बिजली का समायोजन होता था।

परंतु अब उपभोक्ता द्वारा यदि एक जगह पर सोलर पैनल लगाया है और उस जगह खपत बहुत कम है तो सोलर पैनल से उत्पादित बिजली को उपभोक्ता अपनी दूसरी यूनिट में समायोजित कर सकेगा।

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बता दें कि सोलर एनर्जी को घरेलू, व्यापारिक, औद्योगिक यूनिटों में समायोजित कर सकेगा। सोलर पैनल से उत्पादित होने वाली बिजली का समायोजन केवल पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के 21 जिलों में ही किया जा सकेगा।

उल्लेखनीय है कि अभी उपभोक्ता के द्वारा अपनी छत पर सोलर पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन किया जाता है तथा खपत के उपरांत बची हुई यूनिट को निर्यात करने का प्रावधान है, जिसकी गणना नेट मीटर जरिए एक्सपोर्ट यूनिट के रूप में की जाती है। अभी उपभोक्ता को मासिक बिजली बिल में एक्सपोर्ट यूनिट को घटाकर बिल प्रदान किया जाता है।

यह होगा फायदा

यदि किसी घरेलू उपभोक्ता द्वारा किसी जगह पर अपने उपयोग क्षमता से अधिक बिजली का उत्पादन किया जाता है तो उत्पादित होने वाली सोलर एनर्जी को संबंधित उपभोक्ता दूसरी जगह स्थापित व्यापारिक प्रतिष्ठान, औद्योगिक यूनिट श्रेणी में ग्रुप नेटमीटरिंग के माध्यम से समायोजित करा सकता है।

इसके जरिए अब उपभोक्ताओं को एक बड़ा लाभ होगा क्योंकि बिजली कंपनी उत्पादित बिजली को बहुत कम दर पर खरीदता है, जबकि वहीं बिजली कंपनी उपभोक्ताओं को महंगी दर पर बिजली देता है। अब बिजली कंपनी सोलर पैनल से उत्पादित बिजली का समायोजन पूर्व क्षेत्र बिजली कंपनी में कहीं पर भी और किसी प्रकार की श्रेणी में किया जा सकेगा।

रूफटॉप सोलर प्लांट

अधीक्षण यंत्री शहर संजय अरोरा ने बताया कि अभी रूफटॉप सोलर प्लांट में जिस जगह पर प्लांट लगा है, वहां की उपयोग की गई बिजली के साथ सोलर से पैदा की गई बिजली का समायोजन किया जाता है। इसके अलावा एक अन्य विकल्प होता है कि उपभोक्ता सोलर से पैदा हुई बिजली को सीधे ग्रिड के जरिए बिजली कंपनी को बेच दे। उसका उपयोग न करें।

जिसके आधार पर उपभोक्ता द्वारा वितरण कंपनी की उपयोग की गई बिजली की यूनिट के साथ समायोजन होता है। अब ग्रुप नेट मीटरिंग की सुविधा उन उपभोक्ताओं के लिए है जिनके सोलर प्लांट बड़े हैं लेकिन उनके प्रतिष्ठान अलग-अलग जगह है। ऐसे में उन्हें इसका लाभ मिल पाएगा।

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