Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब में हिमाचल पैटर्न पर मोर्चा संभालेंगी प्रियंका गांधी, तीन संसदीय क्षेत्र को साधेंगी निशाना
रविंद्र बड़थ्वाल, जागरण देहरादून। Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। गुरुवार तक राज्य में पीएम मोदी दो चुनावी सभाएं कर चुके हैं। उनके निशाने पर सीधे तौर पर कांग्रेस रही। प्रधानमंत्री के हमले और बीजेपी की आक्रामक चुनाव प्रचार शैली का दबाव विपक्षी पार्टी पर है।
इस बार मतदाताओं के मोदी मैजिक सिर चढ़कर न बोले। कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व इसके लेकर सतर्क है। पीएम मोदी को टक्कर देने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा को मैदान में उतारा गया है। प्रियंका की जनसभाओं में ऐसे क्षेत्रों को फोकस किया गया है। जहां बीजेपी के स्टार प्रचारक नहीं पहुंचे हैं। हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रचार में यह पैटर्न उपयोग कर चुकी है। अब इसे उत्तराखंड में आजमाने की तैयारी है। कांग्रेस उत्तराखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी दौरे पर नजर रख रही है। मोदी बीजेपी के ब्रांड एंबेसडर हैं। 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सभी पांचों लोकसभा सीट जीती थी, लेकिन 2014 और 2019 में एक भी सीट पर खाता नहीं खुला। इसका प्रमुख कारण पीएम मोदी रहे हैं।
नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय राजनीति में आने के बाद लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव में क्लिन स्वीप का खतरा बना हुआ है। प्रदेश में 19 अप्रैल को मतदान होना है। कांग्रेस की चिंता का अन्य कारण बीजेपी का चुनाव प्रचार भी है। उम्मीदवार चुनने के लेकर चुनाव प्रबंधन और स्टार प्रचारकों के लिए भाजपा ने जिस प्रकार के कदम उठाएं हैं। कांग्रेस का उसका तोड़ ढूंढ़ने का जबाव बढ़ गया है।
कुमारी शैलजा ने संभाला मोर्चा
प्रियंका गांधी 13 अप्रैल को होने वाली जनसभाओं की तैयारी में जुट गई है। पार्टी की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा देहरादून पहुंच गई हैं। प्रियंका रामनगर और रुड़की में होने वाली चुनावी सभाओं को सफल बनाने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत लगा रही है। उत्तराखंड के चुनावी मैदान में पार्टी ने राहुल गांधी से पहले प्रियंका को उतारा है। पार्टी की योजना वोटर्स के बीच पैठ मजबूत करने की है।
तीन संसदीय क्षेत्रों को साधेंगी प्रियंका गांधी
गढवाल संसदीय क्षेत्र में प्रियंका गांधी की सभा के लिए रामनगर का चयन रणनीति के साथ किया गया। रामनगर विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम वोटर्स की संख्या ज्यादा है। यह गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के बीच दूरस्थ क्षेत्र है। यहां भाजपा ने स्टार प्रचारक नहीं उतारे हैं। कांग्रेस अग्निपथ योजना का विरोध कर रही है। गढ़वाल सैनिक बहुत है। साथ ही यहां रेजिमेंट का मुख्यालय भी है। पार्टी प्रियंका के माध्यम से महिला मतदाताओं और तीन संसदीय क्षेच्रों को साधने का प्रयास करेगी।