Damoh News: सूर्यास्त के बाद नौरादेही अभयारण्य की सीमा में वाहनों को नहीं मिलेगा प्रवेश
HIGHLIGHTS
- जंगली जानवरों की सुरक्षा को लेकर बनया गया नियम एक अप्रैल से लागू
- रात के समय काफी तेज गति से वाहन निकलते हैं और इसी दौरान जंगली जानवर सड़क पार करते हैं
- इस समय अभयारण्य में करीब 19 बाघ हैं
नईदुनिया प्रतिनिधि, दमोह/तेंदूखेड़ा। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े टाइगर रिजर्व में एक नया नियम एक अप्रैल से लागू हो रहा है। नौरादेही अभयारण्य से सूर्यास्त के बाद निकलने वाले वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा।अभयारण्य के जानवरों की सुरक्षा को लेकर यह नियम बनाया गया है।
रात के समय काफी तेज गति से वाहन निकलते हैं और इसी दौरान जंगली जानवर सड़क पार करते हैं तो दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इस समय अभयारण्य में करीब 19 बाघ हैं। पिछले दिनों मुख्य सड़क के आसपास या सड़क पार करते हुये बाघ देखा गया है। वाहनों की आवाजाही से जानवरों के एकांत में दखल होता है। टाइगर रिजर्व स्टाफ द्वारा दिन के समय निकलने वाले भारी वाहनों को एक पर्चा दिया जा रहा है। जिसमें वन एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा संबंधित निर्देश लिखे हुए हैं।
यह रहेगा नया नियम
एक अप्रैल से सूर्यास्त से लेकर सूर्योदय तक अर्थात रात्रि में वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मार्ग पर अचानक वन्यप्राणी आ सकते हैं। वाहन की अधिकतम स्पीड 20 किमी प्रति घंटा रहेगी। कहा गया है कि वाहन का हार्न न बजाएं। किसी प्रकार का कचरा, प्लास्टिक, बोतल आदि संरक्षित क्षेत्र में न फेंके। शस्त्र विस्फोटक सहित प्रवेश वर्जित है। साथ ही किसी प्रकार की ज्वलनशील वस्तु वन क्षेत्र में न फेंकें। नियमों का उल्लघंन करने पर वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। वन्य प्राणी संरक्षण में अपना सहयोग दें।
मुहली रेंजर नीरज विसेन ने बताया कि टाइगर रिजर्व में लगातार टाइगर व अन्य वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ती जा रही है और अब सड़क पर भी यह दिखाई देने लगे हैं। उनकी सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। रात के समय केवल इमरजेंसी वाहनों को ही प्रवेश दिया जायेगा।
सड़क पर बाघ दिखने के बाद हुआ आदेश
वीरांगना टाइगर रिजर्व में बाघों के अलग-अलग ठिकाने बनाने के बाद अब बाघ भी अपने एरिया में शिकार की खोज में घूमते रहते हैं। झापन और मुहली के बीच एक माह में कई बार बाघ मुख्य मार्ग पार करते नजर आया है। यह जबलपुर-सागर मार्ग रात्रि के समय ज्यादा चलता है। मामला मीडिया में आने के बाद वीरांगना रानीदुर्गावती टाइगर रिजर्व अधिकारी ने रात्रि में रिजर्व मार्ग से आवागमन पर अंकुश लगाने हेतु आदेश जारी किया है।
राहगीरों को दे रहे जानकारी
यह नियम एक अप्रैल से लागू होगा। इसका प्रचार-प्रसार जोरों से टाइगर रिजर्व के अधिकारी,कर्मचारी कर रहे हैं। अभी वाहनों का आवागमन चालू है। जो वाहन टाइगर रिजर्व सीमा से गुजर रहे हैं उनके चालकों को वनकर्मी इस बारे में जानकारी देकर अवगत करा रहे हैं।
पर्चे में यह भी लिखा है कि दिन में गुजरने वाले वाहन चालक सड़कों पर कोई सामग्री न डालें क्योंकि सामग्री देख बंदर इनको खाने आने लगते हैं। इस कारण दूसरे वाहन उन्हें टक्कर मार देते हैं। ऐसे में कई बेज़ुबान जानवरों की मौत हो चुकी है।