टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश का माधव नेशनल पार्क बना बाघ अभयारण्य, अब प्रदेश में 8 टाइगर रिजर्व
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने मध्य प्रदेश के माधव नेशनल पार्क(Madhav National Park) को बाघ अभयारण्य बनाने की मंजूरी दे दी है। टाइगर स्टेट कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में इसके साथ ही अब 8 बाघ अभयारण्य हो गए हैं। माधव नेशनल पार्क में अब दो नर बाघ और एक मादा बाघ को लाया जाएगा।
HighLights
- नेशनल पार्क में दो नर व मादा टाइगर भी लाए जाएंगे, संख्या होगी पांच।
- पर्यटकों के लिए सुविधा के लिए 50 लाख रुपये से खरीदे जाएंगे दो वाहन।
- माधव नेशनल पार्क के अंदर बसे 5 गांवों को अब विस्थापित किया जाएगा।
शिवपुरी Madhav National Park। शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व बनाने के लिए मप्र सरकार के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। वाइल्ड लाइफ बोर्ड की सहमति मिलने के उपरांत यह स्वीकृति दी गई है। सिंह परियोजना के डायरेक्टर उत्तम शर्मा ने बताया कि अब मप्र सरकार इसे टाइगर रिजर्व के रूप में नोटिफाई करेगी।
नोटिफाई होते ही यह टाइगर रिजर्व के रूप में जाना जाएगा। टाइगर रिजर्व बनने के बाद नेशनल पार्क में एक नर व एक मादा कुल दो टाइगर बढ़ा दिए जाएंगे। वर्तमान में तीन टाइगर व दो शावक हैं। बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व बनाने के लिए लंबे समय से प्रयासरत थे।
इसके साथ ही उन्होंने 50 लाख रुपये भी दो वाहनों के लिए स्वीकृत किए हैं। 1651.23 वर्ग किमी तक होगा फैलाव वर्तमान में माधव नेशनल पार्क की सीमा 375.23 वर्ग किमी की है। टाइगर रिजर्व बनने के बाद इसमें 1276 वर्ग किमी का बफर जोन और जोड़ दिया जाएगा। इस तरह माधव टाइगर रिजर्व की सीमा 1651.23 वर्ग किमी की हो जाएगी। इस क्षेत्रफल में टाइगर रिजर्व की कोर सीमा 375.23 वर्ग किमी की रहेगी।
कानूनी पेंच को समाप्त करने का प्रयास जारी
माधव नेशनल पार्क एवं सिंह परियोजना के डायरेक्टर उत्तम शर्मा का कहना माधव के अंदर पांच गांवों के जो 75 परिवार हैं। उन परिवारों को विस्थापित करने के लिए नवम्बर 2022 से ही प्रयास चल रहे हैं। उनके विस्थापन में कुछ कानूनी पेंच फंसे हुए हैं, जिन्हें धीरे-धीरे सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही इन परिवारों की समस्या का समाधान हो जाएगा और यह परिवार विस्थापित हो जाएंगे।
टाइगर रिजर्व बनने पर क्या होगा परिवर्तन
- माधव नेशनल पार्क के टाइगर रिजर्व बनते ही मप्र में टाइगर रिजर्व की संख्या आठ हो जाएगी।
- शिवपुरी में पर्यटन उद्योग में संभावनाएं बढ़ जाएगी।
- पार्क की सुरक्षा में बढ़ोत्तरी होगी, नियम और सख्त हो जाएंगे।
- शिवपुरी काे विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी।
- पार्क के बजट में बढ़ोत्तरी होगी।
- देश सहित विदेश के पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।
- वर्तमान में मौजूद दो हाथियों की संख्या बढ़ सकती है।